Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 94 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 2 Jan 2020 · 1 min read बदला मौसम बदले लोग कविता ??बदला मौसम बदले लोग?? बदल गयी दुनियाँ ,दिल बेताव सा हैं,| बदल गये लोग पर,दिन आज कुछ खाक सा हैं,| टूट गयी घड़ियाँ ,समय बैकार सा हैं,| रूठ गये... Hindi · कविता 1 797 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 2 Jan 2020 · 1 min read मैरी प्यारी भाभी मैरी प्यारी भावी सामने सबके जो टाँग खींचती हैं, उसके पास होने पर जो प्यार सींचती हैं,| जाना हो कहीं पर तो हाँथ खींचती हैं, नहीं जाऊं मैं तो बात... Hindi · कविता 1 643 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Jan 2020 · 1 min read बचपन ??बचपन?? जिदंगी का एक राज हैं,बचपन| सोचों इसे तो एक याद हैं,बचपन,| ☄☄☄☄☄☄ सोचों इसे तो एक खुआँब हैं,बचपन,| तोतली मीठीं बातो का संसार हैं,बचपन,| फूलों और भौंरो का याद... Hindi · कविता 1 2 570 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी जुदा होने की हिम्मत बहुत थी ऐ मोहब्बत, लेकिन तुझे बेसहारा छोड़ने की हिम्मत न हुई,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 533 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 15 Apr 2021 · 1 min read कहो जय भीम बाबा साहेब का बुंदेलखंडी गीत पहने हम जो सूट बूट सब बाबा साहेब की देन, कहो जय भीम, पहले पानी पीबे मिलें ना अब मिलें आरो़ को क्रेन, कहो जय... Hindi · गीत 2 1 504 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 19 Apr 2020 · 1 min read ऐसी देश में भयी अचरज गीत ऐसी देश में होय अचरज, कि शिक्षा पाई बाबा साहेब,। कलम उठाई हाथ बढ़ाया, शिक्षा में कोई पछाड़ न पाया,। गुरु विरोधी जितने हो गये फैन, ऐ कहां इतनी... Hindi · गीत 1 474 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी सरकार की मजबूरियों पे , जाना था दूरियों पे, घर हमारा दूर था, हर इंसान चलने को रस्ता मजबूर था, Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 1 445 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 2 Jan 2020 · 1 min read दर्द का यहशास ( कविता ) बिन जख्मों के तोड़ गया कोई आँसू दिलो में छोड़ गया कोई हम रोते नहीं थे तलबारों के जख्मों से ऐसा खज्ज़र मारा हमारें दिल पर आँसू... Hindi · कविता 1 484 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी हमारे रिश्ते का एहसास हम दोनों ही समझते हैं, लोग तो देखते हैं और कुछ और समझते हैं,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 1 2 455 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Jan 2020 · 2 min read अब तो हद हो गई कविता अब तो हद हो गई एक नाम हैं अब ये आया, झूँठ में जिसका बवबाल मचाया,| अधिक हैं उसमें चतुराई छाई, झूँठ झूँठ से उल्लू बन आई,| तरह तरह... Hindi · कविता 1 2 478 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 26 May 2020 · 1 min read शायरी जिंदगी के मायूॅसी के पलो को , वो मुझको बताती थी,। मैं जब उसके पास होता था, तो वो कंधे पर सिर रख कर रोने लग जाती थी,। Jayvind Singh... Hindi · शेर 1 1 463 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Jun 2020 · 1 min read हमें समझ नहीं आया, (हमें समझ नहीं आया) ऐ मैरे भारत वासियों, तुम सोच के तो बतलाना,। ऐ देश में कैसे आया कोराना, इसे कोन हैं लाया हमकों बताना,। ऐ देश हमारा क्यूं नहीं... Hindi · कविता 461 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी अपनों की याद में यूं आंखें तड़प गई, आये नहीं वो कयी घड़ियां निकल गई,। क्या पता कोई मजबूरी या बहाना था, हमें तो बस उनके साथ वक्त बिताना था,।... Hindi · शेर 431 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 2 Mar 2021 · 1 min read बाबा साहेब की क़लम बाबा साहेब ने ऐसी जो कलम चलाई, मिले न्याय और मिटे राजा रजवाई,। पहले लाचार थे सब खूब चली रजवाई, बाबा साहेब की बदोलत अब घर घर बंधाई,। पहले औरन... Hindi · गीत 2 476 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 5 Jan 2020 · 1 min read रिम झिम रिम झिम बूँद गिरि सावन आया कविता ???????? रिम -झिम रिम -झिम बूँद गिरि सावन आया, हरियाली पेड़ो पर छाई सावन आया, आसमान में घनी घटायें ,☁?☁ ??? शा म को अंधेरी बाहें, खुश हैं पंक्षी... Hindi · कविता 1 471 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी जिंदगी की मायूसी ने हमें वो ज़ख्म दिये, छुपाते हैं और मन में रो दिए, लोगों को बताये तो वो सहारा न दिये, ज़ख्मों को सुनकर वो हम पे ही... Hindi · शेर 471 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 13 Jan 2020 · 1 min read लडुआयन के दिन ( लडुआन के दिना ) आज बन हैं लडुआ, और कल हम खायें, और मजा उडा़ये, कछु कुर कुरायें, और कछु चररायें, सबरें मजा उडा़यें, घर घर में जे बन... Hindi · कविता · बाल कविता 2 454 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 22 Apr 2020 · 1 min read देश की विडंबना (देश की विडंबना) आज पता चल रहा हैं , देश हमारा बदल रहा हैं,। झूठों की टोलियों से, पढ़ा लिखा फिसल रहा हैं,। कोई दान दें रहा हैं, कोई आटा... Hindi · कविता 2 2 427 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Jan 2020 · 1 min read याद मुझे उनकी भी आती है, कविता याद मुझे उनकी भी आती हैं, जो दिल में ही समा जाती हैं,| क्या खूँब आता हैं वो वक्त, सुबह शाम यूँ ही गूजर जाती हैं,| चहल पहल रहती... Hindi · कविता 2 2 414 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 1 Feb 2021 · 1 min read वक्त के झोंकें ग़ज़ल, वक्त के झोंकें, काटी मैंने दिन और रातें गूजरी हुई शाम से, आई मुझे जब तेरी याद निकली तूं आरा़म से, लिखता रहा मैं भी ख़त बस तेरे ही... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 48 409 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Feb 2021 · 1 min read क्यूं न समझें वो, आंखों से निकले आंसू , दिल मैरा बेहाल हुआं,। चलने को तो था मैं मंज़ूर, रस्ता देख बेहाल हुआं,। मंज़िल तेरी मैरी एक थी, चलने को तेरे साथ हुआं,। तेरी... Hindi · कविता 4 409 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी कुछ लोग तो हमारी जिंदगी में आईने की तरह होते हैं, हम हंसे तो वो हंस दे हम रोय तो वो भी रो दें, मगर इस जमाने में कंकड़ बहुत... Hindi · शेर 431 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Jun 2020 · 1 min read इस समय का हीरों, (इस समय का हीरों) आज भी इंसानियत जिन्दा हैं, सोनू सूद के आगे बहुतों शर्मिंदा हैं,। कुछ दे गये पैसा पीएम फंड में, उसमें देने का भी उनका कुछ धंधा... Hindi · कविता 2 2 390 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 18 Jan 2020 · 1 min read एक हरषित परिवार ( एक हर्षित परिवार ) हमारी उन्नति देख शीना चौड़ा हुआ, पिता,| खुआँब पूरा देख रो पड़ी वो देवी रहे देखें खडी़, माँ,| बुलंद हो गया जिसका रौब वो हमारें... Hindi · मुक्तक 1 2 395 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 26 Jan 2020 · 2 min read हम भी आर्मी में हो, कविता हम भी आर्मी के हो, हर युवा के मन उठती यही उमँग हैं, मैं जाओं फौज में तिरंगा मैरे संग हो,| शीना चौड़ा हो जाता हैं जब देखा जवान... Hindi · कविता 1 3 390 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 Feb 2020 · 2 min read दोहा ( दोहा ) ऐसी अजब गजब ये रीत ,इस में मानव की न कोई प्रीत,| काम दाम सब रीति में बाटे ,मानव धर्म को कुटिलता चाटे,|| न कोई मानव धर्म... Hindi · दोहा 2 452 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 23 Apr 2020 · 1 min read गीत गीत ऐसी देश में होय अचरज, कि शिक्षा पाई बाबा साहेब,। कलम उठाई हाथ बढ़ाया, शिक्षा में कोई पछाड़ न पाया,। गुरु विरोधी जितने हो गये फैन, ऐ कहां इतनी... Hindi · कविता 2 400 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी जिंदगी की मायूॉसी में तुम याद आते हो, आकर यादों में बहुत सताते हो, कब मिलोगे इन राहों में ऐ सफ़र, अकेले चलने में तुम बहुत याद आते हो,। Jayvind... Hindi · शेर 391 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 Mar 2020 · 1 min read कोरेना का कहर ऐसा अकाल आया हैं देश में, देश विचारा रोया, किसान रोया फ़सल खेत में, हाय अब क्या होया, बादल छाये बीमारी भी इतनी आयी, खेत हमारे तैयार खड़े हैं, कैसे... Hindi · गीत 381 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Jan 2020 · 1 min read मैरी अभिलाषा ???कविता??? प्यार हम करते हैं उनसे, उनका इंतहान अभी बाँकी हैं,| जीवन की शतरंज में , खैल अभी बाँकी हैं, रो रहा हैं दिल आँसूओं की बहार अभी बाँकी हैं,|... Hindi · कविता 1 2 396 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 10 May 2020 · 1 min read मातृ दिवस मां बेटा बेटी सोच मन आसा, बहुत मुस्कुरा जाती हैं मां,। देती जन्म जब बालक को , सुन्दरता को त्यागी हैं मां,। नौ माह जब उसने कोख में धारा, सारे... Hindi · कविता 3 4 418 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 31 May 2020 · 1 min read अबकई वोट डालबें जाने, अबकई वोट डालबे जाने, सोच समझ (बटन) दबाओनें,। गलती हो गई थी जो हमसे, बहुतई हम पछताने,। दाबे झूटे सब थे उनके, फिर वो यहां न चिताओंने,। जीत वोट हमरों... Hindi · गीत 2 2 397 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी हमारी चहात को यूं इल्जाम न दो, हम तुम्हारे लिए बहुत तड़पते हैं, आके इन यादों में भी समेट लो हमें, हमें गुम नामी का नाम न दो,। Jayvind Singh... Hindi · शेर 426 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 11 Feb 2020 · 1 min read क्या बचपन था, कविता ( क्या बचपन था ) कहाँ गये वो बचपन के दिन, जिन गलियों में हम खेले थे, जाते कहीं हम गली गली में सोर मचाते खेले थे, पाठ शाला... Hindi · कविता 2 396 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 20 Mar 2021 · 1 min read शायरी खुशियों का फ़रमान लेकर ऐ मौसम आया हैं, आजाओं अब वक़्त निकालें अपनों से मिलने का दिन आया हैं,। Writer-Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 1 383 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 7 May 2020 · 1 min read लोगों को जो कहना है , ?????? (गज़ल) हम तुमको कैसे भूल पायें, लोगों को जो कहना हैं सो कहें,। जब हम थे अकेले तुम आये मैरे पास,। मायूंसी को समझा तुमनें,और दिल में उतर गये,।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 366 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 26 May 2020 · 1 min read शायरी चाहत में डूबा था, तेरे ग़म को छुपाना था,। जरा किताबों से पूछों, लिखने में भी कितना दीवाना था,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 378 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 25 May 2020 · 1 min read छात्रावास में अपना वास (छात्रावास में अपना वास) गया जब मैं शहर में , एडमिशन मैरा नया था,। रहने को मिला छात्रावास, मैरा वहां नया निवास था,। मिलें वहां पर मुझे कुछ अनजाने, वहीं... Hindi · कविता 2 4 396 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 3 Jan 2020 · 1 min read चोट लगे हमको तो दर्द बहुत होता हैं, कविता चोट लगे हमको दर्द बहुत होता हैं,| लगे हमें तो इसका यहशास बुरा होता हैं,|| आवाज़ निकले मुँह से,दर्द बहुत होता हैं, आँखों में देखो तो दरिया सा बहता... Hindi · कविता 3 2 399 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 14 Jan 2021 · 1 min read कोराना का कहर ऐसा अकाल आया हैं देश में, देश विचारा रोया, किसान रोया फ़सल खेत में, हाय अब क्या होया, बादल छाये बीमारी भी इतनी आयी, खेत हमारे तैयार खड़े हैं, कैसे... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 20 362 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी चेहरा मिल जायेगा खूबसूरत तो क्या हुआ, जब भी बात अच्छाईयों की आयेंगी, तो तुम मुझे याद करके, बहुत पछताओगे,। Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 348 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं, हम तुम एक दूसरे से अच्छी तरह घूल मिल जाये, हम खुद ही बता दें लोगों को अपने बारे में, ऐसा न हो कि... Hindi · शेर 1 380 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 23 Apr 2020 · 1 min read बाबा साहेब के बिचारी, (बाबा साहेब के बिचार) दोहा, विनय सुनो हम तुम्हें बतलाये, बाबा साहेब की कीर्ति सुनाये,। जीवन यापन ऐ इन्हने कीन्हा, न कोई अब हम भ्रिम से जीना,। जो कछू होगा... Hindi · दोहा 1 345 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 21 Feb 2021 · 1 min read शायरी क्यूं बन जाता हैं उनसे इतना मीठा रिश्ता, जिनसे सारी दुनिया नफ़रत जताता हैं,। Writer-Jayvind Singh Ngariya Ji Hindi · शेर 2 397 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 4 Jan 2020 · 1 min read हम जीते हैं शान से, कविता हम जीते हैं (सौंक ) शान से, हमें कुछ काम आ गया, कल तक जो देर से आया करता था, आज वक्त पर वो काम आ गया, कुछ तेरा... Hindi · कविता 1 368 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 14 Feb 2020 · 1 min read राजनीति का हल्लावोल, पापा चिल्लाये जोर जोर से काम हमारा बहुत बड़ा हैं, मम्मी चिल्लाई सोर सोर से हमसे बड़ा कोई और नहीं हैं, भाई कहे हम 48 पार हैं हमसे बड़ा न... Hindi · कविता 2 351 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 24 May 2020 · 1 min read गांव जैसा शहर कहां, (गांव जैसा शहर कहां) गांव की गलियों में जाओं, शहर की सड़कें फीकीं पढ़ जाएगी,। गांव के लोग खाने पीने को पूछेंगे आपसे, शहर के लोगों को मीटिंग याद आयेगी,।... Hindi · कविता 3 2 381 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 May 2020 · 1 min read शायरी तूं मुझे कितना देंगी धोका , अब तो दीदार कर लें, मैं बहुत समय से रोया हूं तेरे प्यार के लिए, अब न तड़पा ऐ जान , अब तो मुझे... Hindi · शेर 321 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 27 Feb 2021 · 1 min read तुम समझों, खाॅमौश रहों दिल के अंदर, दिल में दर्द सा छुपा हैं,। जिनकों चाहत थी हमसें, फिर क्यूं न उनकी बात को सुना हैं,। कहतों में भी देता अपनी बात को,... Hindi · हाइकु 1 327 Share Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661 9 May 2020 · 1 min read हादसा ( हादसा) देख हादसा हुआ जहां , मन मैरा घबरा गया,। क्या हालत हुई होगी गरीब की, मैरी आंखों में पानी आ गया,। भूखें प्यासे चल दिए, और पांव छाले... Hindi · कविता 1 321 Share Page 1 Next