Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Apr 2020 · 1 min read

ऐसी देश में भयी अचरज

गीत

ऐसी देश में होय अचरज,
कि शिक्षा पाई बाबा साहेब,।
कलम उठाई हाथ बढ़ाया,
शिक्षा में कोई पछाड़ न पाया,।
गुरु विरोधी जितने हो गये फैन,
ऐ कहां इतनी शिक्षा पायो,।
दवे कुचलों को दिलाई हक धीर,
रोते उनको देखा हैं,।
शिक्षा में ऐ प्रथम आऐ,
ईनाम बिजेता प्रथम पाये,।
राजा बड़ोदा को भई ऐ ख़बर,
भीमराव शिक्षा अधिक जानी हैं,।
संदेशा भेजा भीमराव बुलाये,
रामजी राव साथ पिता बुलाये,।
मन कर कहरहे हैं बड़ोदा सरकार,
तुम सुन लो बात हमारी सूबेदार,।
प्रथम शिक्षा में भीमराव आया,
तुम भेजो इसे विदेश पढ़ाया,।
पैसा फीस की लग हैं ,
हम कह रहे बचन उचार,।
अब तो मानों तुम सूबेदार,
फीस दे हैं बड़ोदा सरकार,।
शिक्षा पाई भीमराव आये,
कितने कठिन ऐ परिश्रम पाये,।
बहुत सभाएं इन्होंने कीनही,
गांधी नेहरू विरोध में लीन ही,।
बाबा साहेब जब आंगे बढ़ गये,
सारे नेता पीछे पढ़गये,।
जब देश में हो रही हा हां कार,
अब देश हमारों कैसे चल हैं,।
गांधी नेहरू घूम घाम आये,
बापिस बाबा साहेब नो जाये,।
कहते गांधी नेहरू सम्मति उचार,
लिख दो अब तुम भारत संविधान,।
बाबा साहेब ने सर्त हैं कींही,
अपने लोगन हक हैं दींही,।
जेसा कहां हम बेसा माने,
तुम तो लिख दो भारत संविधाने,।
ऐसी देश में होय अचरज,
कि शिक्षा पाई बाबा साहेब,।।

लेखक—जयविंद सिंह,।

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 468 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" रहना तुम्हारे सँग "
DrLakshman Jha Parimal
2813. *पूर्णिका*
2813. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेशक हम गरीब हैं लेकिन दिल बड़ा अमीर है कभी आना हमारे छोटा स
बेशक हम गरीब हैं लेकिन दिल बड़ा अमीर है कभी आना हमारे छोटा स
Ranjeet kumar patre
"अन्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
यदि आप सकारात्मक नजरिया रखते हैं और हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प
यदि आप सकारात्मक नजरिया रखते हैं और हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प
पूर्वार्थ
जिंदगी मुस्कुराती थी कभी, दरख़्तों की निगेहबानी में, और थाम लेता था वो हाथ मेरा, हर एक परेशानी में।
जिंदगी मुस्कुराती थी कभी, दरख़्तों की निगेहबानी में, और थाम लेता था वो हाथ मेरा, हर एक परेशानी में।
Manisha Manjari
उम्मीद ....
उम्मीद ....
sushil sarna
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
शिव प्रताप लोधी
काव्य की आत्मा और रागात्मकता +रमेशराज
काव्य की आत्मा और रागात्मकता +रमेशराज
कवि रमेशराज
सताती दूरियाँ बिलकुल नहीं उल्फ़त हृदय से हो
सताती दूरियाँ बिलकुल नहीं उल्फ़त हृदय से हो
आर.एस. 'प्रीतम'
अबकी बार निपटा दो,
अबकी बार निपटा दो,
शेखर सिंह
शक्ति स्वरूपा कन्या
शक्ति स्वरूपा कन्या
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
खालीपन - क्या करूँ ?
खालीपन - क्या करूँ ?
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हिन्दू और तुर्क दोनों को, सीधे शब्दों में चेताया
हिन्दू और तुर्क दोनों को, सीधे शब्दों में चेताया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्यार खुद में है, बाहर ढूंढ़ने की जरुरत नही
प्यार खुद में है, बाहर ढूंढ़ने की जरुरत नही
Sunita jauhari
मौन
मौन
Shyam Sundar Subramanian
सामाजिक कविता: पाना क्या?
सामाजिक कविता: पाना क्या?
Rajesh Kumar Arjun
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
विनती सुन लो हे ! राधे
विनती सुन लो हे ! राधे
Pooja Singh
कितनी सहमी सी
कितनी सहमी सी
Dr fauzia Naseem shad
दीन-दयाल राम घर आये, सुर,नर-नारी परम सुख पाये।
दीन-दयाल राम घर आये, सुर,नर-नारी परम सुख पाये।
Anil Mishra Prahari
आँखों में ख्व़ाब होना , होता बुरा नहीं।।
आँखों में ख्व़ाब होना , होता बुरा नहीं।।
Godambari Negi
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
Anand Kumar
पहले प्रेम में चिट्ठी पत्री होती थी
पहले प्रेम में चिट्ठी पत्री होती थी
Shweta Soni
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
Ram Krishan Rastogi
#संस्मरण
#संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
Vishal babu (vishu)
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
किया है यूँ तो ज़माने ने एहतिराज़ बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
*टैगोर शिशु निकेतन *
*टैगोर शिशु निकेतन *
Ravi Prakash
महाकविः तुलसीदासः अवदत्, यशः, काव्यं, धनं च जीवने एव सार्थकं
महाकविः तुलसीदासः अवदत्, यशः, काव्यं, धनं च जीवने एव सार्थकं
AmanTv Editor In Chief
Loading...