Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2020 · 1 min read

क्या बचपन था,

कविता

( क्या बचपन था )

कहाँ गये वो बचपन के दिन,
जिन गलियों में हम खेले थे,

जाते कहीं हम गली गली में
सोर मचाते खेले थे,

पाठ शाला जब हम जाते
पाटी बरती से खेले थे,

वापिस आये जब हम घर पर
टोली बनाकर खेले थे,

खेत पर जाते हम बैर खाने
कई टोलियों के रैले थे,

वो बचपन हमें याद आये
जब हम हाथ पकड़ खेले थे,

खेल खेल होती लड़ाई
उटि कुटि बोलते थे,

जब हम जाते मेलें देखने
खुशियों के कुछ पैसे साथ में खिलौने थे,

जब छुट्टी मिलती थी रविवार की
वही त्यौहार और मेले थे,

अब काबिल होकर पता चला हैं
क्या बचपन के वो मेले थे,

क्या हो गया इस युग को अब
सुविधा बड़ी और अब हम अकेले हैं,

कितनी अजब ये बात सुनाऐं
क्या बचपन के वो रैले थे,

कहाँ गये वो बचपन के दिन,
जिन गलियों में हम खेले थे,

जाते कहीं हम गली गली में
सोर मचाते खेले थे,||

लेखक— Jayvind singh nagariya ji

Language: Hindi
2 Likes · 391 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Ram Krishan Rastogi
दर्पण में जो मुख दिखे,
दर्पण में जो मुख दिखे,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
शिव प्रताप लोधी
रिश्ते
रिश्ते
पूर्वार्थ
ये 'लोग' हैं!
ये 'लोग' हैं!
Srishty Bansal
*जाड़े की भोर*
*जाड़े की भोर*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तुम नफरत करो
तुम नफरत करो
Harminder Kaur
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
sushil sarna
"फेड्डल और अव्वल"
Dr. Kishan tandon kranti
जब कोई आदमी कमजोर पड़ जाता है
जब कोई आदमी कमजोर पड़ जाता है
Paras Nath Jha
ये दिल उनपे हम भी तो हारे हुए हैं।
ये दिल उनपे हम भी तो हारे हुए हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
मौसम
मौसम
Monika Verma
दूर क्षितिज तक जाना है
दूर क्षितिज तक जाना है
Neerja Sharma
लौट कर फिर से
लौट कर फिर से
Dr fauzia Naseem shad
प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
Surinder blackpen
सामाजिकता
सामाजिकता
Punam Pande
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
प्रेम निभाना
प्रेम निभाना
लक्ष्मी सिंह
कबूतर
कबूतर
Vedha Singh
जीवन में कभी भी संत रूप में आए व्यक्ति का अनादर मत करें, क्य
जीवन में कभी भी संत रूप में आए व्यक्ति का अनादर मत करें, क्य
Sanjay ' शून्य'
मैं क्यों याद करूँ उनको
मैं क्यों याद करूँ उनको
gurudeenverma198
प्यार नहीं दे पाऊँगा
प्यार नहीं दे पाऊँगा
Kaushal Kumar Pandey आस
देशभक्ति
देशभक्ति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
🌸*पगडंडी *🌸
🌸*पगडंडी *🌸
Mahima shukla
रावण का परामर्श
रावण का परामर्श
Dr. Harvinder Singh Bakshi
मन-गगन!
मन-गगन!
Priya princess panwar
नेता जब से बोलने लगे सच
नेता जब से बोलने लगे सच
Dhirendra Singh
Quote...
Quote...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...