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मत म़ायूस हो इस जहाँ से यहाँ इन्सानिय़त अभी बाकी है। श़ुक्रिया !
धन्यवाद सर जो आप ने मैरी लिखी कविताओं को पढ़ने का समय दिया
मत म़ायूस हो इस जहाँ से यहाँ इन्सानिय़त अभी बाकी है।
श़ुक्रिया !
धन्यवाद सर जो आप ने मैरी लिखी कविताओं को पढ़ने का समय दिया