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14 Jun 2018 · 1 min read

"अब तो साँवरे आ जाओ"

अब तो सांवरे आ जाओ , दिल मे मेरे समा जाओ।।

हम तो अस्क बहाते है, बस तेरे गुण गाते है,

हालत न सम्भले है मुझसे, तरस तुम मुझपर खा जाओ।

अब तो सांवरे आ जाओ , दिल मे मेरे समा जाओ।।

सुबह शाम तेरे दर जाऊ, माखन से मैं भोग लगाऊ,

माखन खाने के ही बहाने, हे मोहन तुम आ जाओ।

अब तो सांवरे आ जाओ , दिल मे मेरे समा जाओ।।

मैया यशोदा कहती थी, तोहे माखन बड़ा पियारो है,

मैने भी गगरी है टांगी, उसे चुराने आ जाओ।

अब तो सांवरे आ जाओ , दिल मे मेरे समा जाओ।

अब तो सांवरे आ जाओ , दिल मे मेरे समा जाओ।

©प्रशान्त तिवारी”अभिराम”

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