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2 Dec 2016 · 1 min read

शाम हर गुजर जाती है

शाम हर गुजर जाती है तुझे सुलाने में
रोज देर हो जाती है तुझे उठाने में

प्यार अब तलक कितना आपने किया मुझको
पर बहुत समय बीता आपको जताने में

प्रेम जो किया तुमने आज बस हमें इतना
वक्त भी लगाया है तब साथ निभाने में

बाहु का सहारा हमको मिला तभी तेरा
जब सफल हुए अपना फिर तुझे बनाने में

दूर जब चले जाओगे नहीं भुलोगे तब
उम्र एक बीतेगी आपको भुलाने में

गीत एक मैंने तेरे लिए रचा था जब
तब समय अधिक हमको भी लगा सुनाने में

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