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18 Jan 2025 · 1 min read

गन्ने जैसा हो गया, मेरा भी किरदार

आजीवन मुझ में रही, गाँठों की भरमार ।
गन्ने जैसा हो गया, मेरा भी किरदार ।।
रमेश शर्मा.

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