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7 Apr 2025 · 2 min read

*आदर्श हमारा रामराज्य (राधेश्यामी छंद)*

आदर्श हमारा रामराज्य (राधेश्यामी छंद)
🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂
1)
आदर्श हमारा रामराज्य, रघुनंदन अपने नायक हैं।
ताकत भारत की राम-कथा, फल इसके मंगलदायक हैं।।
2)
हम वाल्मीकि की रामायण, संस्कृति की गाथा गाते हैं।
भारत की आत्मा राम-नाम, हृदयों में इसे बिठाते हैं।।
3)
हम जनभाषा में तुलसीकृत, श्री रामकथा को पढ़ते हैं।
हम रामचरितमानस पढ़ कर,
उज्ज्वल चरित्र को गढ़ते हैं।।
4)
रामायण पढ़ हमने सीखा, सत्ता से मोह नहीं रखना।
जो सत्ता विकृति उपजाए, मत उसका स्वाद कभी चखना।।
5)
यह राम धरा पर आए थे, वैराग्य भाव समझाने को।
यह राम मुदित थे भीतर से, वनवास-मार्ग पर जाने को।।
6)
यह राम भरत के कहने से, सिंहासन-पथ पर नहीं मुड़े।
यह राम सत्यव्रतधारी थे, हरगिज सत्ता से नहीं जुड़े।।
7)
यह राम जिन्होंने चरण-धूलि, सौंपी थी राज्य चलाने को।
यह भरत राम के लघु भ्राता, जो चले राम-गुण गाने को।।
8)
यह रामकथा अद्भुत पाई, है होड़ जहॉं वन जाने की।
पत्नी को पति की चिंता है, भाई को साथ निभाने की।।
9)
यह रामकथा अचरज जिसमें, दशरथ ने सत्ता त्यागी थी।
जो श्वेत बाल से समझ गए, बैरागी मुद्रा जागी थी।।
10)
यह रामकथा भ्राता जिसमें, निर्लोभी भरत विचरते हैं।
यह रामकथा सिंहासन से, जिसमें दूरी सब करते हैं।।
11)
यह राम कथा है जिसमें कुछ, अभिमान न कोई पाता है।
हनुमान सिखाते हैं हमको, सब श्रेय राम को जाता है।।
12)
उत्तर से दक्षिण तक भारत, श्री राम पिरोते आए हैं।
जननी से बढ़कर स्वर्ग नहीं ,भावों को बोते आए हैं।।
13)
यह जन्म राम का भारत में, अवतरण ईश का पूरा है।
जय राम राम जय राम बिना, यह भारतवर्ष अधूरा है।।
14)
इसलिए राम दरबार अहो!, मन- मंदिर में बैठाते हैं।
भारत के गौरव-गान राम, हम तुमको शीश झुकाते हैं
🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂🍂
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997 615451

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