“सत्य की परीक्षा”

ना भय ही सताएगा ना तूफ़ान कोई रोक पाएगा।
जो निर्भय होकर सत्य की राह पर कदम बढ़ाएगा।।
पग पग पर चुनौतियां सत्य की परीक्षा में आएँगी।
आत्मा विमोचन से तू सब दरकिनार करता जाएगा।।
होगी हताशा तुझे जब झूठ को परवान चढ़ता पाएगा।
पर धैर्य का साहस तुझे सत्य की मंजिल तक पहुंचाएगा।।
सत्य की राह पर चलना कई दफा सहज ना हो पाएगा।
पर कर्म की चाबी से तू सत्य की सीढ़ी चढ़ता जाएगा।।
निर्णय सत्य का कई बार असंकित करता जाएगा।
पर कोई भी अवरोध और बाधा रोक नहीं पाएगा।।
कई बार तुझे झूठ और लालच का खिलौना ललचाएगा।
पर तेरी आत्मा का दृढ़ संकल्प तुझे इस झूठ से बचाएगा।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”