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17 May 2024 · 1 min read

तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो।

दीपावाली- एक गज़ल

तन मन में प्रभु करें उजाला दीप जले खुशहाली हो।
बहुत मुबारक प्रियवर तुमको खुशियों भरी दिवाली हो।

दुख की धूप कभी न आए, खुशियों की बरसात रहे,
जीवन पथ पर रहे उजाला, गम की रात न काली हो।

मित्र पड़ोसी रिश्ते नाते सारा देश प्रफुल्लित हो,
नई उमंगें संबंधों में अरुणोदय की लाली हो।

करें लक्ष्मी का वंदन सब साथ गणेश विराजे हों,
शिव गौरा भी संग रहें तब महिमा और निराली हो।

प्रेम प्यार का बड़े उजाला दंभ द्वेश का नाश करें,
साथ रहें पंक्षी बन ‘प्रेमी’ गुंजित डाली डाली हो।

……. ✍️ सत्य कुमार प्रेमी

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