Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2024 · 2 min read

स्वतंत्र नारी

जब से नारी कुछ स्वतन्त्र हो गई है
लोगों की आँखों की किरकिरी हो गई है
जिसे सदा चरणों की दासी माना
जिसे बस सेवा, त्याग, ममता
की मूर्ति ही जाना
न जाने क्यों आज
वो अपने अधिकारों के लिए
खड़ी हो गई है?

और अधिकार भी क्या
पुरुष जैसा सम्मान !
मानव होने का अभिमान !
छि! छि! छि ! राम ! राम ! राम!

मूर्खा यह क्यों नहीं समझती
उसका सम्मान सुरक्षित है
केवल पर्दे में ।
अधिकार क्षेत्र है उसका
घर की चारदीवारी।

जा सकती है घर से बाहर
कमाने को धन, बँटाने को पुरुष का हाथ
किन्तु पुरुष की अनुमति हो उसके साथ।
कितना, क्या, किससे, कब बोले
पुरुष को होना चाहिए ज्ञात।
कब , क्या, कितना, क्यों किया खर्च
पुरुष को देना होगा हिसाब।

नारी है तू मूर्ख
कितना ही पछाड़ा हो
परीक्षाओं में पुरुष को
कितने ही गाड़े हो
सफलताओं के झंडे
पर फिर भी
है तो नारी ही न।

नारी वो भी भारतीय नारी
शालीन, सकुचाई, शरमाई, घबराई
पति को ईश्वर सा पूजती
यदि नहीं है तू वो
तो धिक्कार है तुझे
जीने का भला क्या
अधिकार है तुझे?

तो क्या हुआ, यदि गाली दी पुरुष ने
तो क्या हुआ, यदि पीटा भी कभी
अरे ! पुरुष है, अधिकार है उसका।
तू भी न ! खामखां देती है तूल
इन छोटी छोटी बातों को !
याद रख वो ही तो है
तेरा भाग्य विधाता।

उससे तेरा स्वामी-सेवक का नाता।
खुश रख उसे तो
खुलेंगे तेरे लिए स्वर्ग के द्वार।
निकल तो सही ज़रा
लक्ष्मण रेखा के पार
फिर तो अग्निदेव ही करेंगे
तेरा उद्धार।

यदि आप भी रखते हैं
ऐसे ही कुछ विचार
तो महाशय आपको
दूर से ही नमस्कार!

डॉ . मंजु सिंह गुप्ता

1 Like · 172 Views

You may also like these posts

#कविता
#कविता
*प्रणय*
शिव-शक्ति लास्य
शिव-शक्ति लास्य
ऋचा पाठक पंत
कभी एक तलाश मेरी खुद को पाने की।
कभी एक तलाश मेरी खुद को पाने की।
Manisha Manjari
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मैं गुजर जाऊँगा हवा के झोंके की तरह
मैं गुजर जाऊँगा हवा के झोंके की तरह
VINOD CHAUHAN
तेरी
तेरी
Naushaba Suriya
मेरा हाथ
मेरा हाथ
Dr.Priya Soni Khare
डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
प्रकाश का पर्व
प्रकाश का पर्व
Ruchi Dubey
नियति
नियति
surenderpal vaidya
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जिंदगी
जिंदगी
लक्ष्मी सिंह
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
ज़िंदगी हमें हर पल सबक नए सिखाती है
Sonam Puneet Dubey
" मेरा प्यार "
DrLakshman Jha Parimal
वक्त लगता है
वक्त लगता है
Vandna Thakur
ताड़का सी प्रवृत्ति और श्याम चाहिए,
ताड़का सी प्रवृत्ति और श्याम चाहिए,
पूर्वार्थ
मन
मन
मनोज कर्ण
सुनो विद्यार्थियों! पुस्तक उठा लो।
सुनो विद्यार्थियों! पुस्तक उठा लो।
भगवती पारीक 'मनु'
*झूठा ही सही...*
*झूठा ही सही...*
नेताम आर सी
पेपर लीक हो रहे ऐसे
पेपर लीक हो रहे ऐसे
Dhirendra Singh
-मस्तानी हवाएं -
-मस्तानी हवाएं -
bharat gehlot
सब जग में सिरमौर हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम (गीत)
सब जग में सिरमौर हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम (गीत)
Ravi Prakash
"दस्तूर"
Dr. Kishan tandon kranti
पिटूनिया
पिटूनिया
अनिल मिश्र
इंतजार युग बीत रहा
इंतजार युग बीत रहा
Sandeep Pande
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जीवन जिज्ञासा
जीवन जिज्ञासा
Saraswati Bajpai
शैलजा छंद
शैलजा छंद
Subhash Singhai
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
प्रवाह
प्रवाह
Lovi Mishra
Loading...