रिश्ते टूटे

रिश्ते टूटे
कुछ इस तरह
जैसे ख्वाब आँखों में टूटे हों
मैंने टूट के चाहा था तुम्हें
ये मेरी फ़ितरत थी
अब तुमने जो तोड़ दिया दिल
तो कहाँ दफन कर दूँ
ये भी तुम ही बता दो
हिमांशु Kulshrestha
रिश्ते टूटे
कुछ इस तरह
जैसे ख्वाब आँखों में टूटे हों
मैंने टूट के चाहा था तुम्हें
ये मेरी फ़ितरत थी
अब तुमने जो तोड़ दिया दिल
तो कहाँ दफन कर दूँ
ये भी तुम ही बता दो
हिमांशु Kulshrestha