Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#1 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
293 Followers
Follow
Report this post
25 Sep 2024 · 1 min read
” तुम “
” तुम ”
तुम आ गए हो तो
यहाँ चमकने लगी है दीवारें,
वरना अभी अभी तो
यहाँ पसरा हुआ अन्धेरा था।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
·
2 Comments
· 81 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like these posts
गीत- तुम्हारा साथ दे हरपल...
आर.एस. 'प्रीतम'
Children's is the chacha Nehru Fan.
Rj Anand Prajapati
खुद से मुहब्बत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
पिता जी
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
* सिर पर हाथ**
Dr. P.C. Bisen
मंच पर मेरी आज की प्रस्तुति
Seema Verma
सुखी जीवन बनाने के लिए बहुत कम की आवश्यकता होती है; यह सब आप
ललकार भारद्वाज
"नयन-बाण"
Dr. Kishan tandon kranti
'सुनो स्त्री'
Rashmi Sanjay
20)”“गणतंत्र दिवस”
Sapna Arora
समय बदलता तो हैं,पर थोड़ी देर से.
Piyush Goel
" यहाँ कई बेताज हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हे पुरुष ! तुम स्त्री से अवगत होना.....
ओसमणी साहू 'ओश'
आओ बाहर, देखो बाहर
जगदीश लववंशी
जीवन और रंग
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
उड़ान
MEENU SHARMA
स्त्री
Dr.Pratibha Prakash
23/172.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रामपुर के गौरवशाली व्यक्तित्व
Ravi Prakash
तुम हमेशा से मेरा आईना हो॥
अमित
कौन हूँ मैं ?
पूनम झा 'प्रथमा'
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
माँ
Arvina
संवेदना आँखों से झलकती है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
सत्य कुमार प्रेमी
भालू , मेढ़क और बंदर
Dr. Vaishali Verma
ज़िंदगी तुझसे
Dr fauzia Naseem shad
कभी हमसे पुछिए
Vivek saswat Shukla
भोर होने से पहले ...
sushil sarna
Loading...