Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2025 · 2 min read

शर्त

बात एक गांव की है गांव का नाम पालमपुर है इस गांव में एक बहुत गरीब परिवार रहता है इस परिवार में तीन लोग रहते हैं एक लड़की जिसकी उम्र 28 साल है लड़की शादी लायक है और उसकी अभी तक शादी नहीं हो रही है और इस परिवार में लड़की के माता-पिता रहते हैं जो लड़की की शादी करवाने की चिंता में है |
लड़की सुशील सुंदर समझदार और संस्कारी है माता-पिता को हमेशा उसकी शादी की चिंता रहती है की वो उसकी शादी कैसे करवाएंगे पैसे की काफी दिक्कत थी |
पिता दिन-रात मेहनत करता घर चलाने के लिए और लड़की की शादी के लिए पैसे कामता 5 साल तक लड़की की शादी के लिए पैसा जोड़ा |
5 साल बाद अब लड़की की शादी के लिए पिता ने एक अच्छा लड़का ढूंढा , लड़का डेढ़ से 2 लाख कमाता है 1

कुछ दिन बाद लड़की के घर वाले लड़की के घर आए लड़की को देखने… लड़के वालों को लड़की पसंद आई लड़के वालों की शादी के लिए हां है | लड़के के पिता ने लड़की के पिता से बोला हमारी एक शर्त है शादी के लिए.. लड़की के पिता ने कहा कैसी शर्त हमें दहेज नहीं चाहिए आप अपनी सुंदर संस्कारी सुशील लड़की दे रहे हो और वो हमारे घर की बहु बनने जा रही है इससे खुशी की बात और क्या हो सकती है दहेज लेकर हम आपको परेशान नहीं करना चाहते हैं लड़की का पिता बहुत खुश हुआ और बोला आपके बहुत अच्छे विचार है मुझे आशा है आप मेरी लड़की को बहुत अच्छा रखेंगे लड़के के पिता ने बोला आपकी लड़की हमारी बहू जैसी नहीं उसको हम हमारी बेटी जैसी रखेंगे |
अब शादी की बात आगे बढ़ती है कुछ महीने बाद शादी हो जाती है लड़की अपने ससुराल में बहुत खुश है ससुराल वाले उसको अपनी बेटी की तरह रखते हैं |

लड़की के ससुराल वालों ने सोचा अब बहू के माता-पिता का क्या होगा बहु को शादी करके तो हम ले आए अपने घर .. अब उनके माता-पिता कैसे रहेंगे वह दोनों ही लोग हैं लड़की के ससुराल वालों ने सोच विचार करके अपनी बहू के माता-पिता के लिए अपने घर से दो-तीन नौकर भेज दिए |
लड़की के ससुराल वालों ने लड़की का जीवन सफल कर दिया और उसके माता-पिता का भी ध्यान रखा और दहेज न लेने की शर्त भी अच्छी रखी | इस दुनिया में ऐसी सहयोग बहुत कम मिलते हैं |

1 Like · 40 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
" सितारे "
Dr. Kishan tandon kranti
दिल की बातें दिल ही जाने
दिल की बातें दिल ही जाने
Shubham Anand Manmeet
World Earth Day
World Earth Day
Tushar Jagawat
संसार में सबसे
संसार में सबसे "सच्ची" वो दो औरतें हैं, जो टीव्ही पर ख़ुद क़ुब
*प्रणय प्रभात*
तरु वे छायादार
तरु वे छायादार
RAMESH SHARMA
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
मौन गीत
मौन गीत
Karuna Bhalla
4080.💐 *पूर्णिका* 💐
4080.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
-क्या कहूं भला मैं !!
-क्या कहूं भला मैं !!
Seema gupta,Alwar
होली आई रे
होली आई रे
Mukesh Kumar Sonkar
কবিতা : করুণার আশে, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
কবিতা : করুণার আশে, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
Sohom Dey
उसने जाने का सोचा और मैंने भी जाने दिया।
उसने जाने का सोचा और मैंने भी जाने दिया।
ओसमणी साहू 'ओश'
विश्व हिंदी दिवस
विश्व हिंदी दिवस
Ram Krishan Rastogi
प्रभु तुम ही याद हो
प्रभु तुम ही याद हो
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
सरफरोश
सरफरोश
Shekhar Chandra Mitra
एश्वर्य
एश्वर्य
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
उम्र भर का सफ़र ज़रूर तय करुंगा,
उम्र भर का सफ़र ज़रूर तय करुंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जब साथ छूट जाता है,
जब साथ छूट जाता है,
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कांटें हों कैक्टस  के
कांटें हों कैक्टस के
Atul "Krishn"
भूख
भूख
Mansi Kadam
समस्या ही समाधान
समस्या ही समाधान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
New War
New War
Otteri Selvakumar
पत्नी की दिव्यदृष्टि
पत्नी की दिव्यदृष्टि
आकाश महेशपुरी
सैनिक का खत– एक गहरी संवेदना।
सैनिक का खत– एक गहरी संवेदना।
Abhishek Soni
मुसीबत के वक्त
मुसीबत के वक्त
Surinder blackpen
तीखे दोहे
तीखे दोहे
Rajesh Kumar Kaurav
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
Rj Anand Prajapati
अरसे के बाद, तस्लीम किया उसने मुझे,
अरसे के बाद, तस्लीम किया उसने मुझे,
Shreedhar
Loading...