कोई कमी जब होती है इंसान में...
सौम्य शांतचित्त और गंभीर!
मेरे शहर बयाना में भाती भाती के लोग है
गीत- बहुत सुंदर बड़ी चंचल...
"हर व्यक्ति को अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए, दूसरों के भल
मेरे घर के एक छेद से अविश्वास की एक रोशनी आती आती थी ।
— कैसा बुजुर्ग —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
उम्र बस यूँ ही गुज़र रही है
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
If We Are Out Of Any Connecting Language.
आपका स्नेह पाया, शब्द ही कम पड़ गये।।
*आठ माह की अद्वी प्यारी (बाल कविता)*
मनभावन होली
Anamika Tiwari 'annpurna '
कब से आस लगाए बैठे हैं तेरे आने की
My thoughts if glances..!!