अपने घर खाने को मिले चाहे सिर्फ नमक के साथ रोटी भी ,

अपने घर खाने को मिले चाहे सिर्फ नमक के साथ रोटी भी ,
उसमें भी इज्जत है शान है और आजादी है अपनो का साथ ।
मगर गैरों से प्राप्त पकवान ,धन दौलत ,यश मिल जाए बेशक ,
कदम कदम पर अपमान मिलेगा मगर कोई न देगा तेरे हाथों में अपना हाथ ।