मत कर इतना अहंकार ,

मत कर इतना अहंकार ,
इस मिट्टी के शरीर का,
क्या लेकर तू आया था l
क्या लेकर तू जाएगा,
सब यही रह जाएगा ।
सम्मान वही जाएगा ,
जो तू जिन्दगी भर कमाएगा ।
काम नहीं आता रुपया पैसा,
तो फिर ये अहंकार कैसा।
प्रेम से दुनिया चलता है,
और तू भी इस दुनिया में रहता है।
प्रेम , सम्मान,आदर कर,
इस अहंकार के लिए न मर।।