Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2024 · 1 min read

कोई काम करना मुश्किल नही है

कोई काम करना मुश्किल नही है
अगर आपने फोकस और अनुशासन बना कर रख लिया उस काम को करने में।
काम मुश्किल नही होता, फोकस करना मुश्किल होता है।
प्रगति में और सफलता के में फर्क काबिलियत से नही, एकाग्रचित्ता और अनुशासन के अनुपात से आता है।

अगर तू अनुशासित है , तो तुम जीतोगे जरूर जीतोगे
मात्र काबिलियत तुझे, कुछ नही दिला सकती है।

91 Views

You may also like these posts

वर्णव्यवस्था की वर्णमाला
वर्णव्यवस्था की वर्णमाला
Dr MusafiR BaithA
पर्यावरणीय दोहे
पर्यावरणीय दोहे
Sudhir srivastava
कुछ बूंदें
कुछ बूंदें
शिवम राव मणि
भटके नौजवानों से
भटके नौजवानों से
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
पूरी ज़िंदगी भर तन्हा रहना एक जबरदस्त नशा है,
पूरी ज़िंदगी भर तन्हा रहना एक जबरदस्त नशा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बाकई में मौहब्बत के गुनहगार हो गये हम ।
बाकई में मौहब्बत के गुनहगार हो गये हम ।
Phool gufran
मां से याचना
मां से याचना
अनिल कुमार निश्छल
भीम राव निज बाबा थे
भीम राव निज बाबा थे
डिजेन्द्र कुर्रे
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
Dr fauzia Naseem shad
हम हंसना भूल गए हैं (कविता)
हम हंसना भूल गए हैं (कविता)
Indu Singh
2653.पूर्णिका
2653.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
फितरत!
फितरत!
Priya princess panwar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
विनती
विनती
कविता झा ‘गीत’
कोई  दर्द  दे  गया  ,कोई  अँदलीब दे गया  ,
कोई दर्द दे गया ,कोई अँदलीब दे गया ,
Neelofar Khan
जीवन  की कशमकश के बीच, आरज़ू थम सी गई है।
जीवन की कशमकश के बीच, आरज़ू थम सी गई है।
श्याम सांवरा
रोशनी
रोशनी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
इतने दिनों के बाद
इतने दिनों के बाद
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में...!!!!
गहरे ज़ख्म मिले हैं जिंदगी में...!!!!
Jyoti Khari
सृजन भाव का दिव्य अर्थ है (सजल)
सृजन भाव का दिव्य अर्थ है (सजल)
Rambali Mishra
एक शपथ
एक शपथ
Abhishek Soni
बिन उत्तर हर प्रश्न ज्यों,
बिन उत्तर हर प्रश्न ज्यों,
sushil sarna
तुम इतने प्यारे हो
तुम इतने प्यारे हो
Jyoti Roshni
कुछ लड़के होते है जिनको मुहब्बत नहीं होती  और जब होती है तब
कुछ लड़के होते है जिनको मुहब्बत नहीं होती और जब होती है तब
पूर्वार्थ
कुछ खास रिश्ते खास समय में परखे जाते है
कुछ खास रिश्ते खास समय में परखे जाते है
Ranjeet kumar patre
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
भूले से हमने उनसे
भूले से हमने उनसे
Sunil Suman
My luck is like sand
My luck is like sand
VINOD CHAUHAN
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
ज्ञान तो बहुत लिखा है किताबों में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इजहार बने
इजहार बने
Kunal Kanth
Loading...