Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Feb 2024 · 1 min read

निर्मेष के दोहे

चाहे वह धनवान हो, या कि रहा बलवान।
डसा कोरेना ने सबको, निर्भय हो भगवान।।

बंद तुम्हारे मंदिर भी, बंद हो गया धाम।
भक्तों से तुम भी थके, करते हो आराम।।

जाएं किसकी शरण मे, किससे करे गुहार।
जोह रहे असहाय मौत, गए सभी है हार।।

गढ़ बुहान में जन्मा ये, अब रोता है संसार।
तेजी से है बढ़ा रहा, अपना ये विस्तार ।।

कुछ लोगो का दावा ये, है जैविक हथियार।
है चीन का मकसद अब, हथियाना संसार।।

बना चीन जब भस्मासुर,नानी उसको आयी याद
समझ नही उसको है आता, कहाँ करे फरियाद ।।

आफत पश्चिम में बरपाया, पूरब में आतंक।
अवनि बना है चीन तो, हम भी बने पतंग।।

खड़ी मुहाने मौत है, जबरी और नही अपने से।
बच के रहने में भला, देर दवा है आने में।।

मास्कहीन बाहर नही, निकलोगे सरकार।
सारी मेहनत आज तलक की, हो जाए बेकार।।

हाथ मिलाना कभी नही, ये पश्चिम की रीति।
नमस्कार का लेन देन ही, रही हमारी नीति।।

दो मीटर की दूरी भैया, रखना सभी जरूर।
हो बलिष्ट तुम कितना भी, करना नही गुरूर।।

बाहर से भीतर आते ही, कपड़ा रहे न शेष।
हाथ पैर सब धो-सुखाकर,घर में करे प्रवेश।।

117 Views
Books from Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
View all

You may also like these posts

"कद्र "
पूर्वार्थ
*
*"अवध के राम"*
Shashi kala vyas
जिंदगी
जिंदगी
Rambali Mishra
वो कहते हैं कहाँ रहोगे
वो कहते हैं कहाँ रहोगे
VINOD CHAUHAN
4159.💐 *पूर्णिका* 💐
4159.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रेम महज
प्रेम महज
हिमांशु Kulshrestha
मिलती है मंजिले उनको जिनके इरादो में दम होता है .
मिलती है मंजिले उनको जिनके इरादो में दम होता है .
Sumer sinh
घायल इन्सान
घायल इन्सान
Mukund Patil
तू साथ नहीं
तू साथ नहीं
Chitra Bisht
*हों पितर जहॉं भी सद्गति की, इच्छा हम आठों याम करें (राधेश्य
*हों पितर जहॉं भी सद्गति की, इच्छा हम आठों याम करें (राधेश्य
Ravi Prakash
नया सपना
नया सपना
Kanchan Khanna
कल की चिंता छोड़कर....
कल की चिंता छोड़कर....
जगदीश लववंशी
Night में light off करके सोइए।
Night में light off करके सोइए।
Rj Anand Prajapati
■आज का ज्ञान■
■आज का ज्ञान■
*प्रणय*
अनपढ़ को अंधेरे से उजाले की तरफ,, ले जाने वाले हमारे प्यारे श
अनपढ़ को अंधेरे से उजाले की तरफ,, ले जाने वाले हमारे प्यारे श
Ranjeet kumar patre
हां अब भी वह मेरा इंतजार करती होगी।
हां अब भी वह मेरा इंतजार करती होगी।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
"आखिर"
Dr. Kishan tandon kranti
व्यर्थ यह जीवन
व्यर्थ यह जीवन
surenderpal vaidya
इतना रोई कलम
इतना रोई कलम
Dhirendra Singh
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
हो चाहे कठिन से भी कठिन काम,
हो चाहे कठिन से भी कठिन काम,
Ajit Kumar "Karn"
कान्हा तेरे रूप
कान्हा तेरे रूप
Rekha khichi
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Raju Gajbhiye
- सेलिब्रेटी की पीड़ा सेलिब्रेटी ही जाने -
- सेलिब्रेटी की पीड़ा सेलिब्रेटी ही जाने -
bharat gehlot
#मेरी डायरी#
#मेरी डायरी#
Madhavi Srivastava
इस शहर में
इस शहर में
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मच्छर
मच्छर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कुछ कशिश तिश्नगी में न थी।
कुछ कशिश तिश्नगी में न थी।
Dr fauzia Naseem shad
दस्तक देते हैं तेरे चेहरे पर रंग कई,
दस्तक देते हैं तेरे चेहरे पर रंग कई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ममता की भंडार
ममता की भंडार
RAMESH SHARMA
Loading...