✍🏻 सफर चाहे एग्जाम का हो या जिंदगी का…

✍🏻 सफर चाहे एग्जाम का हो या जिंदगी का…
आगे बढ़ना है तो हर हाल चलना ही होगा,
चाहे रास्ते असंभव ही क्यों न लगे….
सफ़र में धूप तो होगी- जो चल सको तो चलो
सभी हैं भीड़ में- तुम भी निकल सको तो चलो
किसी के वास्ते राहें कहाँ बदलती हैं
तुम अपने आप को ख़ुद ही बदल सको तो चलो
यहाँ किसी को कोई रास्ता नहीं देता
मुझे गिरा के अगर तुम सँभल सको तो चलो
कहीं नहीं कोई सूरज – धुआँ धुआँ है चारों ओर,
ख़ुद अपने आप से बाहर निकल सको तो चलो
यही है ज़िंदगी- कुछ ख़्वाब- चंद उम्मीदें
इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो..