Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2025 · 1 min read

राम

जहाँ सरयू किनारा है
राम का द्वारा है
नगरी जो अयोध्या सी
राम बड़ा प्यारा है

मनमोहक सी छवि प्यारी
सबके मन को लगती न्यारी

अद्धभुत अलौकिक
नजारा है
सौम्य है मुस्कान उनकी
दृश्य मोहक और प्यारा है

जहाँ सरयू किनारा है
राम का द्वारा है
नगरी जो अयोध्या सी
राम बड़ा प्यारा है

ममता रानी
रामगढ़,दुमका,
झारखंड

2 Likes · 45 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Rani
View all

You may also like these posts

नेक काम है
नेक काम है
विक्रम कुमार
मरूधर रौ माळी
मरूधर रौ माळी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य च
उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य च
इशरत हिदायत ख़ान
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
Dr Archana Gupta
मैं भी बचा न सकी ओट कर के हाथों की
मैं भी बचा न सकी ओट कर के हाथों की
Meenakshi Masoom
एक अदद दोस्त की आरज़ू
एक अदद दोस्त की आरज़ू
ओनिका सेतिया 'अनु '
महाकुंभ के त्रिवेणी महासंगम मंथन से निकली चीजें...!
महाकुंभ के त्रिवेणी महासंगम मंथन से निकली चीजें...!
SPK Sachin Lodhi
कदम
कदम
Sudhir srivastava
हिन्दी पर हाइकू .....
हिन्दी पर हाइकू .....
sushil sarna
मेरा देश बड़ा अलबेला
मेरा देश बड़ा अलबेला
विक्रम सिंह
G
G
*प्रणय प्रभात*
कलयुग में मोदी युग
कलयुग में मोदी युग
Santosh kumar Miri
गाँव की लड़की
गाँव की लड़की
कविराज नमन तन्हा
*चॉंदी के बर्तन सदा, सुख के है भंडार (कुंडलिया)*
*चॉंदी के बर्तन सदा, सुख के है भंडार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
महाकुंभ
महाकुंभ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
गजरा, महज फूलों का गुच्छा नहीं हैं
गजरा, महज फूलों का गुच्छा नहीं हैं
Utkarsh Dubey “Kokil”
कच्ची उम्र में प्रतियोगिता
कच्ची उम्र में प्रतियोगिता
Ankita Patel
सूरज बहुत चढ़ आया हैं।
सूरज बहुत चढ़ आया हैं।
अश्विनी (विप्र)
3897.💐 *पूर्णिका* 💐
3897.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आशियाना
आशियाना
Rajeev Dutta
"अजनबी बन कर"
Lohit Tamta
रोशन सारा शहर देखा
रोशन सारा शहर देखा
दीपक बवेजा सरल
World Environmental Day
World Environmental Day
Tushar Jagawat
मैं ही तो हूँ
मैं ही तो हूँ
बाल कवित्री 'आँचल सेठी'
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
उन्मादी चंचल मन मेरे...
उन्मादी चंचल मन मेरे...
Priya Maithil
तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है
तुम्हारे फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर  स्वत कम ह
जब ये मेहसूस हो, दुख समझने वाला कोई है, दुख का भर स्वत कम ह
पूर्वार्थ
बयार
बयार
Sanjay ' शून्य'
Loading...