दोहे
1.
जिसके दिल में भर गई, नफरत की सौगात ।
उसको दिलबर की सदा, कड़बी लगती बात ।।
2.
बच्चों का कोमल हृदय, भरो न उसमें द्वेष ।
वाणी पर संयम रखो, करो न इतना क्लेश ।।
3.
प्रेम बिना बोझल लगें ,जीवन में दिन रैन ।
तनमन असहायी रहे , लुट जाता है चैन।।
4.
कितनी भी कोशिश करें, खण्डित होता मौन ।
शब्दों के आघात से, बचा यहाँ पर कौन ।।