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22 Dec 2024 · 1 min read

यादों में

यादों में याद रखना , दुआओं में आबाद रखना।
बिछड़ कर भी न बिछड़े,ऐसे मन को शाद रखना।

आंसू बचा के रखना , लेकिन छिपा के रखना।
दामन तलक न पहुंचें , दिल तुम फौलाद रखना।

इश्क़ से तुम बचना ,इसे‌ कभी न चखना
इन दर्द के छालों से ,दिल को आज़ाद रखना।

हमारे लिए कौन रोया ,हर कोई चैन से सोया।
हर‌ शब खुदा के लिए,लब पर तू दाद रखना।

माना तंगदिल है लोग,मगर कैसा ये सोग
रहो कहीं भी तुम ,अपनों की तुम रूदाद रखना।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
23 Views
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