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विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
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31 Jan 2024 · 1 min read
झूठ रहा है जीत
लूटेंगे अपने यहाँ,
गैर निभाएं प्रीत।
मतलब के संसार में,
झूठ रहा है जीत।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
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