कोरोना और ध्यान
लगा ध्यान तु लगा ध्यान,
हे मानव तु लगा ध्यान !
समय मिला है तुझको भारी,
कर ले मानव तु तैयारी ।
लगा ध्यान और बढा ध्यान,
बैठ एकांत ये करले काम ।।
आत्मानुभूति करनी होगी,
आत्मज्ञान जगाना होगा।
आत्मबोध अब करना होगा,
आत्मबल अब पाना होगा ।।
आत्मसिद्ध अब करनी होगी,
आत्मसाक्षात्कार पड़ा है बाकी ।
आत्मरक्षा की खातिर,
आत्मप्रकाश जगाना होगा ।।
अंतर्मन और अंतरात्मा,
आत्मविश्वास बढाना होगा ।
बैठ एकांत में जाना होगा,
राष्ट्र संकट से बचाना होगा ।।
या तो तुझको मरना होगा,
या जीवन में कुछ करना होगा ।
आत्ममंथन अब करना होगा,
आत्मचिंतन बस करना होगा ।।
आत्मविजय अब पाना होगा,
आत्मसम्मान बढ़ाना होगा ।
घर के अंदर जाना होगा,
राष्ट्रधर्म निभाना होगा ।।
कहे ललकार हाथ जोड़के,
राष्ट्र का मान बढ़ाना होगा ।
-ललकार भारद्वाज