Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Ranjeet kumar patre
14 Followers
Follow
Report this post
10 Jul 2024 · 1 min read
दिल की बात
मुझे कागज़ क़लम दे दो ज़रा हालात लिखने दो
मेरे दिल में छुपे है वो सब जज़्बात लिखने दो ll
Language:
Hindi
Tag:
ग़ज़ल
Like
Share
1 Like
· 104 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
धुएं के जद में समाया सारा शहर पूछता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4711.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिस ओर उठी अंगुली जगकी
Priya Maithil
नींद आज नाराज हो गई,
Vindhya Prakash Mishra
"" *प्रेमलता* "" ( *मेरी माँ* )
सुनीलानंद महंत
*हिम्मत जिंदगी की*
Naushaba Suriya
"बाजार में"
Dr. Kishan tandon kranti
" उज़्र " ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बलात्कार
Dr.sima
जो चलाता है पूरी कायनात को
shabina. Naaz
मां कात्यायनी
Mukesh Kumar Sonkar
#मुक्तक
*प्रणय*
आशा की किरण
शशि कांत श्रीवास्तव
*फल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
देख भाई, सामने वाले से नफ़रत करके एनर्जी और समय दोनो बर्बाद ह
ruby kumari
लक्ष्य गर समक्ष है तो
अर्चना मुकेश मेहता
जिंदगी जी लो
Ruchika Rai
শিবকে নিয়ে লেখা গান
Arghyadeep Chakraborty
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
किस कदर
हिमांशु Kulshrestha
मुझे जागना है !
Pradeep Shoree
पूस की रात
Atul "Krishn"
कुछ लोग जाहिर नहीं करते
शेखर सिंह
प्रेम कविता ||•
पूर्वार्थ
जीव-जगत आधार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मतलब हम औरों से मतलब, ज्यादा नहीं रखते हैं
gurudeenverma198
राम जपन क्यों छोड़ दिया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जंजालों की जिंदगी
Suryakant Dwivedi
सात रंग के घोड़े (समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ज़िंदगी में बेहतर नज़र आने का
Dr fauzia Naseem shad
Loading...