Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2024 · 1 min read

दण्डकारण्य

विन्ध्याचल से गोदावरी तक फैला
मध्य-पूर्व का क्षेत्र,
कहानी की किताबों में मिलता जो
दण्डक वन का क्षेत्र।

बयानबे हजार वर्ग किलोमीटर का
अति विशाल पठार,
छत्तीसगढ़ उड़ीसा आंध्र तक फैला
साल वनों का संसार।

नल वाकाटक औ’ चालुक्य शासकों ने
किए यहाँ पर शासन,
गोंड़ जनजातियों का निवास क्षेत्र यह
जलोढ़-दोमट में भाजन।

नैसर्गिक सौन्दर्य से भरा-पूरा क्षेत्र
मन्द-मन्द मुस्काता,
सभ्यता के प्रकाश से कोसों दूर जो
अबूझमाड़ कहलाता।

पर्यटकों के लिए कोई स्वर्ग सा लगता
अभ्यारण गुफा प्रपात,
इन्द्रावती नदी इसकी है जीवन-रेखा
रोमांचित करते घाट।

शेर चीता भालू सांभर वनभैसों का
एक भरा- पूरा संसार,
मोर मैना तोता तीतर और बुलबुल
खनिज संसाधन भी अपार।

(मेरी सप्तम काव्य-कृति : ‘सतरंगी बस्तर’ से..)

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्राप्त
हरफनमौला साहित्य लेखक।

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 81 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
Paras Nath Jha
धर्मांध
धर्मांध
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा,
फिर एक आम सी बात पर होगा झगड़ा,
Kalamkash
मैं लेखक हूं
मैं लेखक हूं
Ankita Patel
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
धक्का देने का सुख
धक्का देने का सुख
Sudhir srivastava
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
सत्य कुमार प्रेमी
बहुत छुपाया हो गई,
बहुत छुपाया हो गई,
sushil sarna
सरकारी दामाद
सरकारी दामाद
पूर्वार्थ
विरह वेदना फूल तितली
विरह वेदना फूल तितली
SATPAL CHAUHAN
ग़ज़ल _ छोटी सी ज़िंदगी की ,,,,,,🌹
ग़ज़ल _ छोटी सी ज़िंदगी की ,,,,,,🌹
Neelofar Khan
ऐसे हालात क्यूॅं दिखाया तूने ईश्वर !
ऐसे हालात क्यूॅं दिखाया तूने ईश्वर !
Ajit Kumar "Karn"
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
Dheerja Sharma
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
अक्षर ज्ञानी ही, कट्टर बनता है।
नेताम आर सी
मोदी सरकार
मोदी सरकार
उमा झा
Mental health
Mental health
Bidyadhar Mantry
पुष्प की व्यथा
पुष्प की व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
पेड़ पर अमरबेल
पेड़ पर अमरबेल
Anil Kumar Mishra
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य जन्मोत्सव
जगतगुरु स्वामी रामानंदाचार्य जन्मोत्सव
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
आप खुद का इतिहास पढ़कर भी एक अनपढ़ को
शेखर सिंह
.....बेचारा पुरुष....
.....बेचारा पुरुष....
rubichetanshukla 781
हे, वंशीधर! हे, त्रिपुरारी !!
हे, वंशीधर! हे, त्रिपुरारी !!
अमित कुमार
समय
समय
Arun Prasad
रंगों के रंगमंच पर हमें अपना बनाना हैं।
रंगों के रंगमंच पर हमें अपना बनाना हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
सपने
सपने
surenderpal vaidya
शीर्षक :वीर हो (उल्लाला छंद)
शीर्षक :वीर हो (उल्लाला छंद)
n singh
*वेद का ज्ञान मनुष्य-मात्र के लिए: स्वामी अखिलानंद सरस्वती*
*वेद का ज्ञान मनुष्य-मात्र के लिए: स्वामी अखिलानंद सरस्वती*
Ravi Prakash
"तो देख"
Dr. Kishan tandon kranti
किताबों की बस्ती है
किताबों की बस्ती है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...