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27 Aug 2024 · 1 min read

फूल या कांटे

फूल या कांटे

दया करके मुझ पर मेरा अपमान न किया जाए,
फूल हो या कांटे -जिसकी मैं हकदार हूं मुझे वही दिया जाए।
✍️ लक्ष्मी वर्मा ‘प्रतीक्षा’

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