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21 Jul 2024 · 1 min read

तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏

तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏

सद्गुरु ब्रह्म स्वरूप है, चरनन में सुख वास।
मृण्मय से चिन्मय करे, अंतर भरे उजास।।

गुरु बढ़कर परमेश से, गुरु से बड़ा न और।
ज्ञान-भक्ति गुरु से मिले, गुरु बिन मिले न ठौर।।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

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