Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2024 · 1 min read

पागल प्रेम

नमन मंच
विसय पागल प्रेम
विधा मुक्तक
दिनांक 15:6:2024
पगली आज तुझे किस बात का गुमान है।
मन हमारा आज खाली है उड़ने को ना विमान है।

आया आज मैं तुमसे करने दिल की बात
देख लिया हमें तुम्हारें बाप ने मार दी पीठ पर लात

अरे! खामोश रहता मै सह लेता तेरे गम को
पर दुख होता है देखकर मुझे, मिटाया कैसे तेरे दामन को

पश्चाताप के आंसुओ में मेरा मन धुमिल हुआ
दाग लगा दामन पर ना जाने क्यो अमित हुआ

कोहराम मन में तेरे प्यार का, आज मैं सम्भाल रहा
वर्जित देख मन के फुलाव को आज मैं उबाल रहा

मन तेरा इतना पावन, मानो गंगा का हो सावन
देख रहा मैं आंखो को बन्द कर एहसास तेरा
आज हुआ खुशी का प्राँगन

तेरे आंगन पर रखा दाग आज ना मुझे कबुल होगा
विनम्रता से ही आज मागूंगा तेरा हाथ नहीं तो
प्रेम प्रांगण पर मेरा ही समुल होगा
ब. भरत कुमार सोलंकी

1 Like · 132 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मुझे मुहब्बत सिखाते जाते
मुझे मुहब्बत सिखाते जाते
Monika Arora
"अच्छी थी, पगडंडी अपनी,
Rituraj shivem verma
शब्दांजलि
शब्दांजलि
ओसमणी साहू 'ओश'
मुखौटे
मुखौटे
Shaily
मुस्कानों की बागानों में
मुस्कानों की बागानों में
sushil sarna
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
दिनकर तुम शांत हो
दिनकर तुम शांत हो
भरत कुमार सोलंकी
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
इंसान का मौलिक अधिकार ही उसके स्वतंत्रता का परिचय है।
Rj Anand Prajapati
ज़िंदगी की मशक़्क़त में
ज़िंदगी की मशक़्क़त में
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
मोह की मिट्टी ----
मोह की मिट्टी ----
Shally Vij
युवा दिवस
युवा दिवस
Tushar Jagawat
सच दुनियांँ को बोल नहीं
सच दुनियांँ को बोल नहीं
दीपक झा रुद्रा
2
2
इशरत हिदायत ख़ान
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
इतना धैर्य रखना चाहिए -
इतना धैर्य रखना चाहिए -
पूर्वार्थ देव
उस देश के वासी है 🙏
उस देश के वासी है 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
..
..
*प्रणय प्रभात*
यूं  बड़े-बड़े ख्वाब
यूं बड़े-बड़े ख्वाब
Chitra Bisht
केवल
केवल
Shweta Soni
है अजब सा माहौल शहर का इस तपिश में,
है अजब सा माहौल शहर का इस तपिश में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
* कुछ नहीं मिलता दिल लगाने से*
* कुछ नहीं मिलता दिल लगाने से*
Vaishaligoel
नहीं है प्रीत यह प्रति
नहीं है प्रीत यह प्रति
gurudeenverma198
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
कंटक जीवन पथ के राही
कंटक जीवन पथ के राही
AJAY AMITABH SUMAN
Life equations
Life equations
पूर्वार्थ
श्री राधा !
श्री राधा !
Mahesh Jain 'Jyoti'
मे कोई समस्या नहीं जिसका
मे कोई समस्या नहीं जिसका
Ranjeet kumar patre
हंसी तलाशेंगे तो हंसी आएगी,
हंसी तलाशेंगे तो हंसी आएगी,
Sanjay ' शून्य'
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही।
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही।
Manisha Manjari
"रंग प्रेम का"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...