शीतलहर (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
खुली आबादी से कोई अपना लेना चाहती हूं मुझ में भी दर्द है उसक
आकांक्षा पत्रिका 2024 की समीक्षा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*धारा सत्तर तीन सौ, स्वप्न देखते लोग (कुंडलिया)*
शीर्षक. .... शिक्षक..अनमोल रतन
गीत- जिसे ख़ुद से हुआ हो प्रेम...
स्वच्छता
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
गर्मी और नानी का आम का बाग़
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
मेरी सिया प्यारी को देखा अगर
आँगन की दीवारों से ( समीक्षा )