Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2024 · 1 min read

इतनी खुबसुरत हो तुम

यकीन नहीं होता,
यकीन नहीं होता, की इतनी खुबसुरत हो तुम ।
इन्सान नहीं,
इन्सान नहीं, कोई देवी की मुरत हो तुम ।।

मेरी जिंदगी , मेरी चाहत हो तुम ।
मेरे बेचैन दिल की ,राहत हो तुम ।
अगर मैं इश्क हूँ , तो मेरी जज्बात हो तुम ।
मेरे तन्हाईयों में, अद्वितीय मुलाकात हो तुम ।।

यकीन नहीं ….

मेरी आँखों की शरारत हो तुम ।
मेरी अनुराग, मेरी इबादत हो तुम ।
क्या हो तुम मेरे संसार में, ये बताना है मुश्किल ।
बस इतना कह सकता हूँ मैं , मेरी मोहब्बत हो तुम ।

यकीन नहीं ….

मेरी कहानी के पन्नों की हसरत हो तुम ।
मेरे इन्हीं पन्नों की लत हो तुम ।
मेरे जिंदगी के लिफाफे की खत हो तुम ।
मेरे दिल में मेरी जान, शाश्वत हो तुम ।।

यकीन नहीं होता,
यकीन नहीं होता, की इतनी खुबसुरत हो तुम ।
इन्सान नहीं,
इन्सान नहीं, कोई देवी की मुरत हो तुम ।।

-दिवाकर महतो
बुण्डू, राँची, (झारखण्ड )

149 Views

You may also like these posts

मैं मायूस ना होती
मैं मायूस ना होती
Sarla Mehta
रिश्तों की सच्चाई
रिश्तों की सच्चाई"
पूर्वार्थ
* मायने हैं *
* मायने हैं *
surenderpal vaidya
राख देह की पांव पसारे
राख देह की पांव पसारे
Suryakant Dwivedi
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
मैं ढूंढता हूं रातो - दिन कोई बशर मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
छछूंदर के सिर पर चमेली का तेल।
छछूंदर के सिर पर चमेली का तेल।
Vishnu Prasad 'panchotiya'
नशा त्याग दो
नशा त्याग दो
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
नेताओं सा हो गया उनका भी किरदार
नेताओं सा हो गया उनका भी किरदार
RAMESH SHARMA
परों को खोल कर अपने उड़ो ऊँचा ज़माने में!
परों को खोल कर अपने उड़ो ऊँचा ज़माने में!
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
ना किसी से दुआ सलाम ना किसी से बंदगी ।
ना किसी से दुआ सलाम ना किसी से बंदगी ।
SATPAL CHAUHAN
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
VINOD CHAUHAN
खिड़कियाँ -- कुछ खुलीं हैं अब भी - कुछ बरसों से बंद हैं
खिड़कियाँ -- कुछ खुलीं हैं अब भी - कुछ बरसों से बंद हैं
Atul "Krishn"
वक्त जाया नहीं करते
वक्त जाया नहीं करते
RAMESH Kumar
10) “वसीयत”
10) “वसीयत”
Sapna Arora
तेरी कुर्बत में
तेरी कुर्बत में
हिमांशु Kulshrestha
*सियासत हो गई अब सिर्फ, कारोबार की बातें (हिंदी गजल/गीतिका)*
*सियासत हो गई अब सिर्फ, कारोबार की बातें (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
महिला दिवस
महिला दिवस
ललकार भारद्वाज
दिल की हरकते दिल ही जाने,
दिल की हरकते दिल ही जाने,
Lakhan Yadav
मैं अपने दिल की रानी हूँ
मैं अपने दिल की रानी हूँ
Dr Archana Gupta
"तरकीबें"
Dr. Kishan tandon kranti
काश तेरी निगाह में
काश तेरी निगाह में
Lekh Raj Chauhan
संस्कार
संस्कार
Dr.Pratibha Prakash
सात रंगों से सजी संवरी हैं ये ज़िंदगी,
सात रंगों से सजी संवरी हैं ये ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Empty love
Empty love
Otteri Selvakumar
हर बार बिखर कर खुद को
हर बार बिखर कर खुद को
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*Solace*
*Solace*
Veneeta Narula
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
🙅आज का ज्ञान🙅
🙅आज का ज्ञान🙅
*प्रणय*
सैनिक का खत– एक गहरी संवेदना।
सैनिक का खत– एक गहरी संवेदना।
Abhishek Soni
All good
All good
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...