Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2024 · 1 min read

अपनों की महफिल

महफिल हो अपनों की
तो अपनत्व का नरम एहसास
मन को खूब गुदगुदाता है …..।

कुछ खट्टी – मीठी यादों का कारवां
जब निकल पङता है ..पुरानी नयी
यात्राओं पर ….

रंगत जज़्बातों के
उफ विचित्र सतरंगी इंद्रधनुष दुनियां बनाते है..

हर रंग मन को भाता है
लहरें उछल -उछल कर अपनी.बात
कहने को छलांगें लगाती हैं …

चेहरे की मीठी मुस्कान
मानों कहती हो ….
हां- हां मुझे भी याद आया है
कोई सुनहरा पल
मेरे दिल में भी है कुछ ..
कहने को मीठी बातें
रौनक ही बढ जाती है चेहरे की ….

मन की उत्सुकता खोद- खोद कर
निकाल लेती है कुछ मीठे किस्से
कुछ अद्भुत प्यारी बातें
महफिल हो अपनों की तो
सब कुछ अपना सा लगता है..

Language: Hindi
1 Like · 140 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ritu Asooja
View all

You may also like these posts

नूतन संरचना
नूतन संरचना
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
अच्छे बने रहने की एक क़ीमत हमेशा चुकानी पड़ती है….क़ीमत को इ
अच्छे बने रहने की एक क़ीमत हमेशा चुकानी पड़ती है….क़ीमत को इ
पूर्वार्थ
मन माही
मन माही
Seema gupta,Alwar
भारत का युवा
भारत का युवा
विजय कुमार अग्रवाल
माया
माया
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
इंतज़ार की रातें, लम्हों में ढूंढ रही हू प्यार,
इंतज़ार की रातें, लम्हों में ढूंढ रही हू प्यार,
Kanchan Alok Malu
शिव लंकेश संवाद
शिव लंकेश संवाद
manorath maharaj
मुझे डूबना नही हैं...
मुझे डूबना नही हैं...
Manisha Wandhare
..
..
*प्रणय प्रभात*
" खूबसूरती "
Dr. Kishan tandon kranti
तमाशा लगता है
तमाशा लगता है
Vishnu Prasad 'panchotiya'
उसकी आवाज़ हरेक वक्त सुनाई देगा...
उसकी आवाज़ हरेक वक्त सुनाई देगा...
दीपक झा रुद्रा
भगवती दुर्गा तेरी महिमा- भजन -अरविंद भारद्वाज
भगवती दुर्गा तेरी महिमा- भजन -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
दोहा 🌹💖
दोहा 🌹💖
Neelofar Khan
روح میں آپ اتر جائیں
روح میں آپ اتر جائیں
अरशद रसूल बदायूंनी
कटलो से ना कटे जीनिगी
कटलो से ना कटे जीनिगी
आकाश महेशपुरी
మనిషి ఓ మరమనిషి తెలుసుకో ఈ ప్రపంచపది..
మనిషి ఓ మరమనిషి తెలుసుకో ఈ ప్రపంచపది..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मुसाफिर.......
मुसाफिर.......
Harminder Kaur
आज़ादी की जंग में कूदी नारीशक्ति
आज़ादी की जंग में कूदी नारीशक्ति
कवि रमेशराज
शक्ति प्रसूता
शक्ति प्रसूता
Dr.Pratibha Prakash
4035.💐 *पूर्णिका* 💐
4035.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बात पते की कहती नानी।
बात पते की कहती नानी।
Vedha Singh
प्रत्यक्ष खड़ा वो कौन था
प्रत्यक्ष खड़ा वो कौन था
Chitra Bisht
करवा चौथ
करवा चौथ
Neeraj Kumar Agarwal
......सबकी अपनी अपनी व्यथा.....
......सबकी अपनी अपनी व्यथा.....
rubichetanshukla 781
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
बस मुझे मेरा प्यार चाहिए
बस मुझे मेरा प्यार चाहिए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
जुस्तज़ू के किनारे
जुस्तज़ू के किनारे
Vivek Pandey
भइया
भइया
गौरव बाबा
पूजा-स्थलों की तोडफोड और साहित्य में मिलावट की शुरुआत बौद्धकाल में (Demolition of places of worship and adulteration in literature began during the Buddhist period.)
पूजा-स्थलों की तोडफोड और साहित्य में मिलावट की शुरुआत बौद्धकाल में (Demolition of places of worship and adulteration in literature began during the Buddhist period.)
Acharya Shilak Ram
Loading...