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23 Apr 2024 · 1 min read

प्रतिशोध

क्रोध , वैमनस्य, प्रतिस्पर्धा की उत्पत्ति ,
विवेक भंजन नकारात्मक संहारक शक्ति ,

अंतस अनल उत्सर्जित दहन भावना ,
घृणा प्रेरित विनाशक प्रतिकार कामना ,

ह्रदय कंटक बनी कष्ट कारक अनुभूति ,
वाणी , विचार ,आचार , व्यवहार नकारात्मक अभिव्यक्ति ,

सतत् संचरित द्वेषगरल युक्त संघर्षरत् जीवन ,
तिमिरयुक्त अंतःकरण शत्रुवत् हानिकारक मन।

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