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7 Apr 2024 · 1 min read

धागा

#धागा___________

हाय रे प्रीत का धागा,
बिन डोर बँधा जाये l

कोई रीत नहीं इसकी,
कोई बंधन नहीं इसका l

कोई जात न जाने,
बस बँधा चला जाये l

कलाई में बँधा ये,
सारे वचन निभाए l

कपड़े में बँधा ये,
इज्जत है बचाये l

मौली रूप में बँधा ये,
मन्नत रूप में यह सब पा जाये l

गले में बँधा ये,
हर बुरी नजर से बचाये l

हे धागा तू कितना अच्छा रे,
दुनियाँ के सारे रिश्ते, तुझ में समाये l

✍शीमा डावर

Language: Hindi
2 Likes · 93 Views
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