Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2024 · 1 min read

उनको असफलता अधिक हाथ लगती है जो सफलता प्राप्त करने के लिए सह

उनको असफलता अधिक हाथ लगती है जो सफलता प्राप्त करने के लिए सही रणनीति नहीं बना पाते।
RJ Anand Prajapati

254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

शक्ति
शक्ति
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
मिल गई है शादमानी
मिल गई है शादमानी
Sarla Mehta
आप लिखते कमाल हैं साहिब।
आप लिखते कमाल हैं साहिब।
सत्य कुमार प्रेमी
तहक़ीर
तहक़ीर
Shyam Sundar Subramanian
"मुझे ढूँढना"
पूर्वार्थ देव
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
कवि रमेशराज
त्यौहार हिन्द के(बाल कविता)
त्यौहार हिन्द के(बाल कविता)
Ravi Prakash
■निरुत्तर प्रदेश में■
■निरुत्तर प्रदेश में■
*प्रणय प्रभात*
Middle class
Middle class
Deepali Kalra
Diploma in Urdu Language & Urdu course| Rekhtalearning
Diploma in Urdu Language & Urdu course| Rekhtalearning
Urdu Course
*नज़ाकत या उल्फत*
*नज़ाकत या उल्फत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
झूँठ के परदे उठते हैं ।
झूँठ के परदे उठते हैं ।
विवेक दुबे "निश्चल"
चेहरे ही चेहरे
चेहरे ही चेहरे
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
पहले वो दीवार पर नक़्शा लगाए - संदीप ठाकुर
पहले वो दीवार पर नक़्शा लगाए - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मन्नतों के धागे होते है बेटे
मन्नतों के धागे होते है बेटे
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
शहीद का गांव
शहीद का गांव
Ghanshyam Poddar
हथेली में नहीं,
हथेली में नहीं,
Mahetaru madhukar
रात
रात
sushil sarna
धूम्रपान ना कर
धूम्रपान ना कर
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
फर्क
फर्क
ओनिका सेतिया 'अनु '
"तुम्हारे नाम"
Lohit Tamta
तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏
तस्मै श्री गुरवे नमः 🙏🙏
डॉ.सीमा अग्रवाल
3112.*पूर्णिका*
3112.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लो फिर नया साल आ गया...
लो फिर नया साल आ गया...
Jyoti Roshni
गुस्सा
गुस्सा
Rekha khichi
आइना बोल उठा
आइना बोल उठा
Chitra Bisht
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उसने आंखों में
उसने आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
Shweta Soni
"बुरी होती अति"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...