Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
ओसमणी साहू 'ओश'
9 Followers
Follow
Report this post
19 Feb 2024 · 1 min read
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
मयखाने को निकल पड़े।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
· 170 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
*प्रणय*
सेहत अच्छी हो सदा , खाओ केला मिल्क ।
Neelofar Khan
23/86.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आया करवाचौथ, सुहागिन देखो सजती( कुंडलिया )
Ravi Prakash
अपनों से वक्त
Dr.sima
" विश्वास "
Dr. Kishan tandon kranti
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
चितौड़ में दरबार डोकरी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।।
Abhishek Soni
आज किसी का दिल टूटा है
Rajender Kumar Miraaj
** लगाव नहीं लगाना सखी **
Koमल कुmari
यह जीवन अनमोल रे
विजय कुमार अग्रवाल
पाषाण जज्बातों से मेरी, मोहब्बत जता रहे हो तुम।
Manisha Manjari
अच्छे दिनों की आस में,
Befikr Lafz
“श्री गणेश”
Neeraj kumar Soni
मेरी अनलिखी कविताएं
Arun Prasad
शुरूआत
NAVNEET SINGH
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
शेखर सिंह
कुछ नही मिलता आसानी से,
manjula chauhan
सोंच
Ashwani Kumar Jaiswal
वर्तमान का अर्थ है सुख दुःख से परे जाना के बारे में है, न की
Ravikesh Jha
"सफर,रुकावटें,और हौसले"
Yogendra Chaturwedi
जवानी के दिन
Sandeep Pande
चुप रहना भी तो एक हल है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
#एक गुनाह#
Madhavi Srivastava
नव पल्लव आए
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कैसा कलियुग आ गया
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
*मां*
Dr. Priya Gupta
तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना
ललकार भारद्वाज
કેમેરા
Otteri Selvakumar
Loading...