Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2024 · 1 min read

सफलता

सफलता

अब तक क्या किया
मत सोच उस पर ।
आगे क्या करना है
सोच जरूर उस पर ।
सफलता क्यों नहीं मिली
उन कारणों का पता कर ।
अगर सफलता पानी है
तो उन्हें दूर कर ।
जीवन एक संघर्ष है
हमें इसमें जीतना है ।
आलस्य को छोड़कर
निरंतर लक्ष्य की ओर
कदम बढाते जाना है।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

148 Views

You may also like these posts

सुप्रभात
सुप्रभात
Kumud Srivastava
कन्या
कन्या
Bodhisatva kastooriya
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
मुझसे जो भी होता है वो मैं करता हूॅं!
मुझसे जो भी होता है वो मैं करता हूॅं!
Ajit Kumar "Karn"
महाकवि विद्यापति आ महारानी लखिमा देवी: प्रेम प्रसंग!
महाकवि विद्यापति आ महारानी लखिमा देवी: प्रेम प्रसंग!
Acharya Rama Nand Mandal
सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
Neeraj Agarwal
ये लोकतंत्र है
ये लोकतंत्र है
Otteri Selvakumar
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत
Abhishek Soni
मेरे भैया मेरे अनमोल रतन
मेरे भैया मेरे अनमोल रतन
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
कितने भारत
कितने भारत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बाल कविता: मदारी का खेल
बाल कविता: मदारी का खेल
Rajesh Kumar Arjun
स्वयं को संत कहते हैं,किया धन खूब संचित है। बने रहबर वो' दुनिया के
स्वयं को संत कहते हैं,किया धन खूब संचित है। बने रहबर वो' दुनिया के
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
महिलाएं जितना तेजी से रो सकती है उतना ही तेजी से अपने भावनाओ
Rj Anand Prajapati
मेरे सपने
मेरे सपने
Saraswati Bajpai
दूरियां मायने
दूरियां मायने
Dr fauzia Naseem shad
ख़्याल आते ही क़लम ले लो , लिखो तुम ज़िंदगी ,
ख़्याल आते ही क़लम ले लो , लिखो तुम ज़िंदगी ,
Neelofar Khan
*गर्मी की छुट्टियॉं (बाल कविता)*
*गर्मी की छुट्टियॉं (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जल संरक्षरण है अपना कर्तव्य
जल संरक्षरण है अपना कर्तव्य
Buddha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दिखाने लगे
दिखाने लगे
surenderpal vaidya
लड़के की मां के अपनी बेटी के प्रति प्रेम ,उसका अपने मायके मे
लड़के की मां के अपनी बेटी के प्रति प्रेम ,उसका अपने मायके मे
पूर्वार्थ
"दामन"
Dr. Kishan tandon kranti
लोगों को जगा दो
लोगों को जगा दो
Shekhar Chandra Mitra
क़ज़ा के नाम पैगाम .. (गज़ल)
क़ज़ा के नाम पैगाम .. (गज़ल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
Sanjay ' शून्य'
लड़की की कहानी पार्ट 1
लड़की की कहानी पार्ट 1
MEENU SHARMA
अमृत और विष
अमृत और विष
Shekhar Deshmukh
3624.💐 *पूर्णिका* 💐
3624.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
लखनऊ शहर
लखनऊ शहर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कुर्बतों में  रफ़ाकत   थी, बहुत   तन्हाइयां थी।
कुर्बतों में रफ़ाकत थी, बहुत तन्हाइयां थी।
दीपक झा रुद्रा
Loading...