Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Sep 2024 · 1 min read

कनक मंजरी छंद

कनक मंजरी छंद
चार चरण,23 वर्ण,हर चरण में प्रथम 4 लघु, 6 भगण, अंत में 1 दीर्घ अनिवार्य।

मधुरिम सुन्दर मोहक रागिनि भाव प्रधान सदा सुखदा।
अतिशय शांत रसायन भावुक निर्मल दिव्य बयार सदा।
मधुमय शीतल छांव प्रभाव हरे थकते तन की विपदा।
मनहर सौम्य सदा अति रम्य विराट सुहावन भव्यशुदा।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

277 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

..
..
*प्रणय प्रभात*
सलवटें
सलवटें
Shally Vij
"आँखरी ख़त"
Lohit Tamta
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मेरे जज्बात जुबां तक तो जरा आने दे
मेरे जज्बात जुबां तक तो जरा आने दे
RAMESH SHARMA
हसीन ए गजल
हसीन ए गजल
साहित्य गौरव
*दिल का आदाब ले जाना*
*दिल का आदाब ले जाना*
sudhir kumar
माँ - सम्पूर्ण संसार
माँ - सम्पूर्ण संसार
Savitri Dhayal
आओ मना लें नया वर्ष हम
आओ मना लें नया वर्ष हम
Ashok Sharma
परिंदे अपने बच्चों को, मगर उड़ना सिखाते हैं( हिंदी गजल)
परिंदे अपने बच्चों को, मगर उड़ना सिखाते हैं( हिंदी गजल)
Ravi Prakash
सजल
सजल
seema sharma
WhatsApp पर इतने लोग हमसे जुड़े है फिर भी सभी लोगो द्वारा हम
WhatsApp पर इतने लोग हमसे जुड़े है फिर भी सभी लोगो द्वारा हम
Rj Anand Prajapati
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
خون پسینے میں ہو کر تر بیٹھ گیا
خون پسینے میں ہو کر تر بیٹھ گیا
अरशद रसूल बदायूंनी
दिल का हर अरमां।
दिल का हर अरमां।
Taj Mohammad
अलविदा, 2024
अलविदा, 2024
Chitra Bisht
आहत बता गयी जमीर
आहत बता गयी जमीर
भरत कुमार सोलंकी
4862.*पूर्णिका*
4862.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बात तनिक ह हउवा जादा
बात तनिक ह हउवा जादा
Sarfaraz Ahmed Aasee
होलिका दहन और रंगोत्सव
होलिका दहन और रंगोत्सव
ARVIND KUMAR GIRI
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
Neelofar Khan
"वो दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
अपनी आंखों को मींच लेते हैं।
अपनी आंखों को मींच लेते हैं।
Dr fauzia Naseem shad
चेतन वार्तालाप
चेतन वार्तालाप
Jyoti Pathak
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक  अबोध बालक 😂😂😂
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक 😂😂😂
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो मुझे अपना पहला प्रेम बताती है।
वो मुझे अपना पहला प्रेम बताती है।
पूर्वार्थ
आत्महत्या
आत्महत्या
आकांक्षा राय
राम - सा पुरुष चाहो तो
राम - सा पुरुष चाहो तो
Meera Thakur
मोहब्बते
मोहब्बते
डिजेन्द्र कुर्रे
प्रार्थना-हे प्रभु हमकों ले लो शरण में- रचनाकार अरविंद भारद्वाज
प्रार्थना-हे प्रभु हमकों ले लो शरण में- रचनाकार अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
Loading...