Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

*हुस्न से विदाई*

बाइक थी उसकी शौक सवारी,
घूमने की थी फुल तैयारी।
करतूतें थी उसकी न्यारी,
यात्राएं लगती थी उसे प्यारी।
ना पढ़ाई की थी तैयारी,
भाड़ में जाए दुनियादारी।
भीड़ खचाखच शोर ही शोर,
हिम्मत ना कोई टोके और।
चलता था नजरे घूमाकर,
जुल्फों को हवा में लहराकर।
बेमतलब की बात बनाकर,
रौब और टशन दिखाकर।
लहरा लेकर बाइक चलाता,
क्या होगा आगे न घबराता?
तभी उसने दाएं को देखा,
चेहरे पर थी खुशी की रेखा।
कार में देखी हुस्न वाली,
सुंदर प्यारी यौवनशाली।
लाल-लाल गालों वाली,
रेशम जैसे बालों वाली।
काली काली आंखों वाली,
सूरत उसकी थी निराली।
चेहरे पर था नकाब जाली,
मासूमियत उसकी करती घाली।
लंबाई उसकी थी फिट वाली,
हर झलक करती सवाली।
होठ रसीले गात कशीला,
बाइक वाला हो गया जहरीला।
जगी लालसा सुंदर छवि की,
बात है केवल अभी-अभी की।
सपने उसके लगते गहरे,
मालूम नहीं कितने हैं पहरे।
लड़की को कुछ पता नहीं,
उसकी कुछ भी कथा नहीं।
बाइक सवार की थी करतूत,
चढ़ा था उसके सिर पर भूत।
उठाता अपने बार-बार बूट,
पता नहीं हो जाएगा शूट।
बार-बार यौवन को जुलकाता,
सांप जैसी बाइक चलाता।
खुद ही बार-बार मुस्काता,
पता नहीं क्या होगा नाता?
तभी अचानक ध्यान भटका,
लगा तभी जोर का झटका।
घूमी खोपड़ी जैसे मटका,
किसी ने उसको जोर से पटका।
बस इतनी थी उसकी लड़ाई,
हो गई दुनिया से विदाई।
यह सीख है और सच्चाई,
कदम उठाओ सोचकर भाई।
सोच समझकर मचलो भाई,
जीवन से ना हो विदाई।
भटको नहीं देखकर छवि,
दुष्यन्त कुमार लिखता है कवि।।

1 Like · 151 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dushyant Kumar
View all

You may also like these posts

निर्गुण
निर्गुण
Shekhar Chandra Mitra
आत्महत्या करके मरने से अच्छा है कुछ प्राप्त करके मरो यदि कुछ
आत्महत्या करके मरने से अच्छा है कुछ प्राप्त करके मरो यदि कुछ
Rj Anand Prajapati
मृत्यु मेरी दोस्त
मृत्यु मेरी दोस्त
Sudhir srivastava
"सावधान"
Dr. Kishan tandon kranti
गलतियां
गलतियां
Nitin Kulkarni
हुईं मानवीय संवेदनाएं विनष्ट
हुईं मानवीय संवेदनाएं विनष्ट
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
💐अभिनंदन💐
💐अभिनंदन💐
*प्रणय प्रभात*
"" *हाय रे....* *गर्मी* ""
सुनीलानंद महंत
अपने दिल से
अपने दिल से
Dr fauzia Naseem shad
बिखरतो परिवार
बिखरतो परिवार
लक्की सिंह चौहान
*दादा जी ने पहना चश्मा (बाल कविता)*
*दादा जी ने पहना चश्मा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
माँ
माँ
Ruchi Sharma
गम की बदली बनकर यूँ भाग जाती है
गम की बदली बनकर यूँ भाग जाती है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
सबका साथ
सबका साथ
Bodhisatva kastooriya
ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा
ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा
Chitra Bisht
राधा/किशोर छंद...!
राधा/किशोर छंद...!
पंकज परिंदा
आकाश  से  व्यापक
आकाश से व्यापक
Acharya Shilak Ram
100 बात की एक बात
100 बात की एक बात
Vaishaligoel
क्या आजाद हैं हम ?
क्या आजाद हैं हम ?
Harminder Kaur
Happy Birthday Google
Happy Birthday Google
Deep Shikha
वो नींदें उड़ाकर दगा कर रहे हैं।
वो नींदें उड़ाकर दगा कर रहे हैं।
Phool gufran
- प्रेम की गहनता -
- प्रेम की गहनता -
bharat gehlot
"हम आंखों से कुछ देख नहीं पा रहे हैं"
राकेश चौरसिया
तुम बिन
तुम बिन
Rambali Mishra
Don't let people who have given up on your dreams lead you a
Don't let people who have given up on your dreams lead you a
पूर्वार्थ
Bong88 là nền tảng cá cược trực tuyến uy tín hàng đầu châu Á
Bong88 là nền tảng cá cược trực tuyến uy tín hàng đầu châu Á
Bong88
बहुत दागी यहाँ पर हैं
बहुत दागी यहाँ पर हैं
आकाश महेशपुरी
4181💐 *पूर्णिका* 💐
4181💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अध्यात्म क्या है ?
अध्यात्म क्या है ?
Ragini Kumari
Loading...