Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 1 min read

न रोको यूँ हवाओं को …

न रोको यूँ हवाओं को,
बहती हैं, तो बहने दो,
करके रोशन दिशाओं को,
शमा जलती है, तो जलने दो ।

नहीं रह पातीं हैं यादें,
किसी की भी हर घड़ी मन में,
मीत संग प्रीति की बातें,
याद रहतीं हैं, तो रहने दो।

हमें तो आदत है उनके ही साथ,
ख्वाबों में रहने की,
ख्वाब की दास्ताँ अगर,
हकीकत बनती है, तो बनने दो।

आजकल बहुत कुछ हो रहा है,
उनके और मेरे दरमियां,
दुनिया इस बात पर एतराज
करती है, तो करने दो ।

*** *** *** *** ***

Language: Hindi
113 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sunil Suman
View all

You may also like these posts

What Was in Me?
What Was in Me?
Bindesh kumar jha
डर है होजाये कहीं, मर्यादा का त्याग .
डर है होजाये कहीं, मर्यादा का त्याग .
RAMESH SHARMA
बूढ़ा पेड़
बूढ़ा पेड़
Mandar Gangal
अधरों ने की  दिल्लगी, अधरों  से  कल  रात ।
अधरों ने की दिल्लगी, अधरों से कल रात ।
sushil sarna
इश्क की कीमत
इश्क की कीमत
Mangilal 713
चल चित्र का संसार
चल चित्र का संसार
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
मीठा जीतना मीठा हो वह घातक विष बन जाता हैं
मीठा जीतना मीठा हो वह घातक विष बन जाता हैं
Er.Navaneet R Shandily
हँसता चेहरा दुनिया देखे , रोते को यहाँ पूछे कौन
हँसता चेहरा दुनिया देखे , रोते को यहाँ पूछे कौन
कविराज नमन तन्हा
तेरी मीठी बातों का कायल अकेला मैं ही नहीं,
तेरी मीठी बातों का कायल अकेला मैं ही नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
* खिल उठती चंपा *
* खिल उठती चंपा *
surenderpal vaidya
अर्ज़ है ... हर ज़ाम में डुबते है महफ़िल सजाने को , ये कह कर
अर्ज़ है ... हर ज़ाम में डुबते है महफ़िल सजाने को , ये कह कर
ज्योति
नफ़्स
नफ़्स
निकेश कुमार ठाकुर
"प्रार्थना"
राकेश चौरसिया
प्रेम और दोस्ती में अंतर न समझाया जाए....
प्रेम और दोस्ती में अंतर न समझाया जाए....
Keshav kishor Kumar
देश की आजादी की सुबह
देश की आजादी की सुबह
रुपेश कुमार
कोशिशों  पर  यक़ी  करो अपनी
कोशिशों पर यक़ी करो अपनी
Dr fauzia Naseem shad
कविता -नैराश्य और मैं
कविता -नैराश्य और मैं
Dr Tabassum Jahan
नई शुरावत नई कहानियां बन जाएगी
नई शुरावत नई कहानियां बन जाएगी
पूर्वार्थ
क़ुर्बानी
क़ुर्बानी
Shyam Sundar Subramanian
ख़ुदा के फै़सले पे क्या ऐतराज़ करना ।
ख़ुदा के फै़सले पे क्या ऐतराज़ करना ।
Madhu Gupta "अपराजिता"
हारे के सहारे
हारे के सहारे
विशाल शुक्ल
इश्क़ हो गया।
इश्क़ हो गया।
Kuldeep mishra (KD)
तेरा बहुत बहुत शुक्रिया ए जिंदगी !
तेरा बहुत बहुत शुक्रिया ए जिंदगी !
ओनिका सेतिया 'अनु '
ख़ुमार ही ख़ुमार है ज़मीं से आसमान तक।
ख़ुमार ही ख़ुमार है ज़मीं से आसमान तक।
डॉक्टर रागिनी
मैं क्या जानूं क्या होता है किसी एक  के प्यार में
मैं क्या जानूं क्या होता है किसी एक के प्यार में
Manoj Mahato
इंसानियत के लिए
इंसानियत के लिए
Dr. Rajeev Jain
कमर तोड़ मेहनत करके भी,
कमर तोड़ मेहनत करके भी,
Acharya Shilak Ram
3113.*पूर्णिका*
3113.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙅कृपया ध्यान दीजिए🙅
🙅कृपया ध्यान दीजिए🙅
*प्रणय प्रभात*
. काला काला बादल
. काला काला बादल
Paras Nath Jha
Loading...