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16 Jul 2024 · 1 min read

इंसानियत के लिए

जिए बहुत खुद के लिए ,
जी लो अब दूसरों के लिए l

पी लिए जाम अपने लिए
कुछ जाम अब दूसरों के लिए l

पहले अरदास थी अपने लिए
अब दुआ मांगता हूं जमाने के लिए l

चाहते तो अब तो बस इतनी ही हैं
ये चमन आबाद रहे आने वालों के लिए l

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