ख़ुदा के फै़सले पे क्या ऐतराज़ करना ।

ख़ुदा के फै़सले पे क्या ऐतराज़ करना ।
जो है दिल के पास क्यों ना उसको स्वीकार करना।।
नदी सागर को छू कर कहाँ ख़ुद की रहती।
फ़िर क्यों इस बात पे सवाल हज़ार करना।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
✍️✍️
ख़ुदा के फै़सले पे क्या ऐतराज़ करना ।
जो है दिल के पास क्यों ना उसको स्वीकार करना।।
नदी सागर को छू कर कहाँ ख़ुद की रहती।
फ़िर क्यों इस बात पे सवाल हज़ार करना।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
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