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Vaishaligoel
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18 Jun 2024 · 1 min read
संघर्षों की
संघर्षों की
एक बगिया हूँ मैं,
काँटों की चुभन भी
मुझे खिलने से रोक नहीं सकती ✌🏻
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Vaishali Goel
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