Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jan 2024 · 1 min read

2938.*पूर्णिका*

2938.*पूर्णिका*
🌷 कुछ खोना कुछ पाना है 🌷
22 22 22 2
कुछ खोना कुछ पाना है ।
जीवन आज खिलौना है ।।
चिंता की अब बात नहीं ।
सुंदर रोज बिछौना है ।।
कांटे तो है पग पग पर ।
देखो फूल सलोना है ।।
क्या समझे और बुझे सब ।
खाना पीना सोना है ।।
झूमे नाचेंगे खेदू।
ना सोच यहाँ बौना है
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
17-01-2024बुधवार

1 Like · 240 Views

You may also like these posts

-जीना यूं
-जीना यूं
Seema gupta,Alwar
मुझे शांति चाहिए ..
मुझे शांति चाहिए ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
World Blood Donar's Day
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
बादल
बादल
Dr.Pratibha Prakash
खुशहाल ज़िंदगी की सबसे ज़रूरी क्रिया-
खुशहाल ज़िंदगी की सबसे ज़रूरी क्रिया-"शूक्रिया।"
*प्रणय*
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
3646.💐 *पूर्णिका* 💐
3646.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ठिकाने  सभी अब  बताने लगेंगे।
ठिकाने सभी अब बताने लगेंगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हम  चिरागों  को  साथ  रखते  हैं ,
हम चिरागों को साथ रखते हैं ,
Neelofar Khan
J88 Okvip
J88 Okvip
J88 Okvip
खुद को सही और
खुद को सही और
shabina. Naaz
चाहिए
चाहिए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कोश़िश
कोश़िश
Shyam Sundar Subramanian
आपकी अच्छाईया बेशक अदृष्य हो सकती है
आपकी अच्छाईया बेशक अदृष्य हो सकती है
Rituraj shivem verma
अंतिम यात्रा पर जाती हूँ,
अंतिम यात्रा पर जाती हूँ,
Shweta Soni
"सुन रहा है न तू"
Pushpraj Anant
हर कदम प्यासा रहा...,
हर कदम प्यासा रहा...,
Priya princess panwar
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Santosh kumar Miri
आये हो तुम मेरे अंगना
आये हो तुम मेरे अंगना
Buddha Prakash
सूरज का होना
सूरज का होना
पूर्वार्थ
आँखों का कोना,
आँखों का कोना,
goutam shaw
" भविष्य "
Dr. Kishan tandon kranti
आशा की किरण
आशा की किरण
Neeraj Agarwal
ऊचां गिरि गढ़ माळियां, वीरता रा प्रमाण।
ऊचां गिरि गढ़ माळियां, वीरता रा प्रमाण।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सर्दी पर दोहे
सर्दी पर दोहे
Dr Archana Gupta
इंसान उसी वक़्त लगभग हार जाता है,
इंसान उसी वक़्त लगभग हार जाता है,
Ajit Kumar "Karn"
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
संस्कृति / मुसाफ़िर बैठा
संस्कृति / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
रतन टाटा जी..!!
रतन टाटा जी..!!
पंकज परिंदा
Loading...