Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Mamta Rani
61 Followers
Follow
Report this post
2 Sep 2024 · 1 min read
बातों को अंदर रखने से
बातों को अंदर रखने से
दूरियां ही बढ़ती है
और बात होने से
मुश्किलें हल होती है
Tag:
Quote Writer
Like
Share
68 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Mamta Rani
View all
काव्यांश
Mamta Rani
काव्य एक जुनून
Mamta Rani
You may also like these posts
कलियां उनके लिए गिराना थोड़ी लाकर
Sarla Mehta
"महापाप"
Dr. Kishan tandon kranti
फर्क पड़ता है!!
Jaikrishan Uniyal
देश हे अपना
Swami Ganganiya
2497.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*उम्रभर*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
गृहणी
Sonam Puneet Dubey
बदलता मौसम
Ghanshyam Poddar
कांटें हों कैक्टस के
Atul "Krishn"
हर-सम्त देखा तो ख़ुद को बहुत अकेला पाया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
काली शर्ट पहनकर तुम आते क्यों हो?
Jyoti Roshni
|नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
__________सुविचार_____________
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
अपने दिल का हाल न कहना कैसा लगता है
पूर्वार्थ
गुस्सा दिलाकर ,
Umender kumar
बाण मां सूं अरदास
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
*जश्न अपना और पराया*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
मोबाइल भक्ति
Satish Srijan
विक्रमादित्य के 'नवरत्न'
Indu Singh
मन मोहन हे मुरली मनोहर !
Saraswati Bajpai
वोट कर!
Neelam Sharma
*13 जुलाई 1983 : संपादक की पुत्री से लेखक का विवाह*
Ravi Prakash
आजादी विचारों की
Roopali Sharma
आतिश पसन्द लोग
Shivkumar Bilagrami
कभी चाँद को देखा तो कभी आपको देखा
VINOD CHAUHAN
अपना अपना सच
Dr.Archannaa Mishraa
तुन्द हवा .....
sushil sarna
बरसात
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खुद से है दूरी मीलो की...
Priya Maithil
Loading...