Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jan 2024 · 1 min read

मैया नवरात्रि में मुझपर कृपा करना

मन में मेरे है संताप, आंखों में अश्रुधार भरी है।
हृदय में है वेदना, जिंदगी भी हताश पड़ी है।।

मुस्कुराना चाहती हूं, मगर कैसे मैं मुस्कुराऊ मां।
पीड़ा के भंवरजाल में, नैया खुशी की मेरी फंसी है।।

फूट फूट कर रो रही, अंदर की मेरी आत्मा मां।
छलिया ये समाज, खेल रहा हृदय से मेरे है।।

तेरे दर्शन को बेचैन हूं, कैसे मैं तेरे दर्शन पाऊं मां।
नवदुर्गा नवरात्रि का, मां आया तेरा त्यौहार है।।

हो रहे बड़े आयोजन, हर घर में तेरी ज्योत जली है।
मैंने भी घटस्थापना कर, लगाया है नया पंडाल मां।।

पूजा की थाल सजा, मां हवन कीर्तन करवाया है।
भक्ती में तेरी डूबकर, भुलाया है ये सारा संसार मां।।

रोशन ये जीवन करना, बरसाना कृपा मुझपर अपनी मां।
ममता की छांव में, लपेटना अपने इस भक्त को मां।।

तेरे हरेक रूप की है, एक अनोखी महिमा मां।
तेरे द्वार में जो जाता मां, वो खाली हाथ ना लौटता है।।

प्रार्थना में मस्तक झुका, तेरे दर खड़ी हूं मैं शेरोंवाली।
तेरी गरिमा बड़ी है, सोई मेरी किस्मत जगाना मां।।

सर पर मेरे हाथ रखकर, अपना आशीर्वाद देना मां।
विनती मेरी स्वीकार कर, अपने चरणों में स्थान देना मां।।

अभिलाषी मेरे नैनों की, प्यास को बुझाना मां।
इस नवरात्रि त्यौहार पर, तू मेरे घर भी आना मां।

– सुमन मीना (अदिति)

1 Like · 189 Views

You may also like these posts

क्षणिकाएँ. .
क्षणिकाएँ. .
sushil sarna
धन्यवाद
धन्यवाद
Rambali Mishra
ये इश्क भी जुनून हैं,मुकाम पाने का ।
ये इश्क भी जुनून हैं,मुकाम पाने का ।
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
प्रकृति पूजन (कार्तिक मास)
प्रकृति पूजन (कार्तिक मास)
डॉ. शिव लहरी
Ghzal
Ghzal
AJAY PRASAD
घनाक्षरी के बारह प्रकार सविस्तार
घनाक्षरी के बारह प्रकार सविस्तार
आचार्य ओम नीरव
होली उसी की होली है
होली उसी की होली है
Manoj Shrivastava
ये साथ चलने के लिए निकले थे लोग कितने।
ये साथ चलने के लिए निकले थे लोग कितने।
Phool gufran
■ साल चुनावी, हाल तनावी।।
■ साल चुनावी, हाल तनावी।।
*प्रणय*
न ढूंढ़ मेरा किरदार दुनियां की भीड़ में..
न ढूंढ़ मेरा किरदार दुनियां की भीड़ में..
पूर्वार्थ
उपवास
उपवास
Kanchan verma
जनता का पैसा खा रहा मंहगाई
जनता का पैसा खा रहा मंहगाई
नेताम आर सी
बेवफा आदमी,बेवफा जिंदगी
बेवफा आदमी,बेवफा जिंदगी
Surinder blackpen
मिल नहीं सकते
मिल नहीं सकते
Dr fauzia Naseem shad
जय माता दी ।
जय माता दी ।
Anil Mishra Prahari
*आचार्य बृहस्पति और उनका काव्य*
*आचार्य बृहस्पति और उनका काव्य*
Ravi Prakash
तुम्हारे चेहरे की मुस्कान बता रही है
तुम्हारे चेहरे की मुस्कान बता रही है
डॉ. एकान्त नेगी
"दास्तां ज़िंदगी की"
ओसमणी साहू 'ओश'
आकाश पढ़ा करते हैं
आकाश पढ़ा करते हैं
Deepesh Dwivedi
सोना  ही रहना  उचित नहीं, आओ  हम कुंदन  में ढलें।
सोना ही रहना उचित नहीं, आओ हम कुंदन में ढलें।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बेहतरीन इंसान वो है
बेहतरीन इंसान वो है
शेखर सिंह
मा शारदा
मा शारदा
भरत कुमार सोलंकी
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
डॉ. दीपक बवेजा
हमें लगा  कि वो, गए-गुजरे निकले
हमें लगा कि वो, गए-गुजरे निकले
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
नकाब खुशी का
नकाब खुशी का
Namita Gupta
सबके राम
सबके राम
Sudhir srivastava
किताब कहीं खो गया
किताब कहीं खो गया
Shweta Soni
हे🙏जगदीश्वर आ घरती पर🌹
हे🙏जगदीश्वर आ घरती पर🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
छल करने की हुनर उनमें इस कदर थी ,
छल करने की हुनर उनमें इस कदर थी ,
Yogendra Chaturwedi
खुद को खुदा न समझा,
खुद को खुदा न समझा,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
Loading...