Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Nov 2023 · 1 min read

बाबा भक्त हास्य व्यंग्य

भक्त- हो बाबा भूइकंप घरी कतअ छेलह ग? बलू कते तकलिअ जे बाबा बंचले हइ आ की सोहा?
बाबा- हौ भागेसरक पुरूस्कारी जोगार मे जूरी लग रही सबटा सेटिंग गेटिंग भूकंप दुआरे भरभरा गेल.

1 Like · 463 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan Karigar
View all

You may also like these posts

सिलसिले..वक्त के भी बदल जाएंगे पहले तुम तो बदलो
सिलसिले..वक्त के भी बदल जाएंगे पहले तुम तो बदलो
पूर्वार्थ
बेटवो तऽ बसेला दूर देश में
बेटवो तऽ बसेला दूर देश में
आकाश महेशपुरी
तरक्की से तकलीफ
तरक्की से तकलीफ
शेखर सिंह
प्रश्नचिन्ह...
प्रश्नचिन्ह...
इंजी. संजय श्रीवास्तव
माँ : तेरी आंचल में.....!
माँ : तेरी आंचल में.....!
VEDANTA PATEL
किस बात का गुमान है
किस बात का गुमान है
भरत कुमार सोलंकी
वसुधैव कुटुम्बकम्
वसुधैव कुटुम्बकम्
उमा झा
मुझको आश्चर्य होता है यह देखकर
मुझको आश्चर्य होता है यह देखकर
gurudeenverma198
🙅लिख के रख लो🙅
🙅लिख के रख लो🙅
*प्रणय प्रभात*
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Neha
"ए एड़ी न होती"
Dr. Kishan tandon kranti
*होली ऐसी खेलिए, रहे न एक उदास (कुंडलिया)*
*होली ऐसी खेलिए, रहे न एक उदास (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
इश्क़ में न जाने कितने क़िरदार होते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…!
बेदर्द ज़माने ने क्या खूब सताया है…!
पंकज परिंदा
समभारी
समभारी
आचार्य ओम नीरव
लेंगे लेंगे अधिकार हमारे
लेंगे लेंगे अधिकार हमारे
Rachana
- रुसवाई -
- रुसवाई -
bharat gehlot
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
sushil sarna
नजराना
नजराना
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मत ढूढो मुझे दुनिया की तनहाई मे.......
मत ढूढो मुझे दुनिया की तनहाई मे.......
MEENU SHARMA
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
उत्कर्ष
उत्कर्ष
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
स्वभाव मधुर होना चाहिए, मीठी तो कोयल भी बोलती है।।
स्वभाव मधुर होना चाहिए, मीठी तो कोयल भी बोलती है।।
Lokesh Sharma
एक बार मनुहार करना जरुर
एक बार मनुहार करना जरुर
Pratibha Pandey
प्रयत्नशील
प्रयत्नशील
Shashi Mahajan
शीर्षक – फूलों सा महकना
शीर्षक – फूलों सा महकना
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
दिलनशीं आसमॉं
दिलनशीं आसमॉं
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
शिव सावन
शिव सावन
Rambali Mishra
Raniya Bhikharin.
Raniya Bhikharin.
Acharya Rama Nand Mandal
कोई तो समझा दे
कोई तो समझा दे
Shekhar Chandra Mitra
Loading...