"सृष्टि निहित माँ शब्द में,
“सृष्टि निहित माँ शब्द में,
माँ ईश्वर का रूप।
जीवन की मरुभूमि में,
मीठे जल का कूप।।”
■प्रणय प्रभात■
“सृष्टि निहित माँ शब्द में,
माँ ईश्वर का रूप।
जीवन की मरुभूमि में,
मीठे जल का कूप।।”
■प्रणय प्रभात■