क्यूँ ना करूँ शुक्र खुदा का

क्यूँ ना करूँ शुक्र खुदा का
सद मर्तबा मैं अदा ….
उसने अल्फाज़ सजाने का
हुनर मुझे बख्शा है …..
क्यूँ ना करूँ शुक्र खुदा का
सद मर्तबा मैं अदा ….
उसने अल्फाज़ सजाने का
हुनर मुझे बख्शा है …..